उत्तर प्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने अब्बास अंसारी से 9 घंटे तक पूछताछ की, जिसके बाद उन्हें देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। दरअसल, अब्बास पूछे गए कई सवालों के जवाब नहीं दे पाए। ईडी ने अब्बास अंसारी से दो राउंड में पूछताछ की थी। इससे पहले अब्बास से पहले राउंड की पूछताछ 20 मई को की गई थी। ईडी ने अब्बास अंसारी के खिलाफ पिछले महीने लुक आउट नोटिस जारी किया था। ईडी ने कुछ दिन पहले भी पूछताछ के लिए अब्बास को समन जारी किया था। अब्बास अंसारी मऊ से विधायक हैं।
ईडी ने अब्बास को प्रयागराज दफ्तर बुलाया
अब्बास अंसारी को पूछताछ के लिए ईडी ने प्रयागराज दफ्तर में बुलाया था। शुक्रवार की दोपहर करीब 2 बजे अब्बास अंसारी ईडी के ऑफिस पहुंचे थे। वहां उनसे करीब 9 घंटे तक ईडी की टीम ने पूछताछ की, लेकिन अब्बास अंसारी ईडी के पूछे गए सवालों के सही-सही जवाब नहीं दे सके। ईडी ने ने 90 सवाल पूछे। इसके बाद पहले ईडी ने अब्बास को हिरासत में ले लिया। इस दौरान ईडी ऑफिस के बाहर पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ने लगी और धीरे-धीरे ईडी दफ्तर पूरी तरह से पुलिस छावनी में बदल गया। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई और फिर देर रात अब्बास अंसारी को ईडी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
विधायक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज
अब्बास अंसारी के साथ उनका ड्राइवर भी मौजूद था। उससे भी ईडी ने पूछताछ की। हालांकि, उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। अब ईडी की टीम अब्बास को लेकर कहां गई है, इस बारे में ना तो उनके वकील को और ना ही उनके ड्राइवर को पता है। दरअसल, अब्बास अंसारी के पिता मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। इस मामले में मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों और उनके भाइयों से भी पूछताछ की जा चुकी है। इसी मामले में ईडी ने अब्बास अंसारी से भी पूछताछ की और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर अब्बास को गिरफ्तार कर लिया।
कोर्ट ने अब्बास को भगोड़ा घोषित कर दिया था
अफज़ाल अंसारी से पूछताछ के बाद अब्बास को गिरफ्तार किया किया। अफज़ाल से इसी साल 9 मई को पूछताछ हुई थी। मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह से 10 मई को पूछताछ हुई थी। इसके अलावा मुख्तार के विधायक भतीजे शोएब से 10 मई को पूछताछ की गई थी। गौरतलब है कि इस साल 25 अगस्त को एमपी-एमएलए कोर्ट ने अब्बास को भगोड़ा घोषित कर दिया था। भगोड़ा घोषित करने के पीछे अब्बास का कोर्ट में नहीं पेश होना था। मुख्तार के बेटे अब्बास के खिलाफ आर्म्स एक्ट और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कई मामले दर्ज हैं।