गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नए विवाद को जन्म दे दिया है। नोटों पर भगवान गणेश-लक्ष्मी की फोटो लगाने की मांग की है। इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बाद अब समाजवादी पार्टी (SP) के नेता की प्रतिक्रिया सामने आई है। मुरादाबाद के सपा सांसद डॉ एसटी हसन ने केजरीवाल ने बयान पर वार करते हुए कहा कि वो इसका समर्थन नहीं करते हैं।
एसटी हसन ने कहा, "मैं इसका समर्थन नहीं करता, क्योंकि हमारे देश में कई धर्मों के लोग रहते हैं। अगर नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी की तस्वीरें लगाई जाती हैं, तो लोग इनकी बेअदबी कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल माहौल खराब करने के लिए भी हो सकता है।
'गुजरात में चुनावी फायदा उठाने के लिए बयान दे रहे'
उन्होंने कहा कि हर नेता खुद को बड़ा हिंदू नेता साबित करने में लगा है। केजरीवाल भी बड़े हिंदू नेता बनकर गुजरात में चुनावी फायदा उठाने के लिए बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में पहले से ही माहौल बिगाड़ने की कोशिशें की जा रही हैं। भारत के नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ लक्ष्मी-गणेश की फोटो होने से देश का माहौल और ज्यादा खराब हो सकता है।
'दुनिया के किसी देश के नोटों पर धार्मिक फोटो नहीं है'
उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी देश के नोटों पर धार्मिक फोटो नहीं है। उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया और मलेशिया के नोटों पर धार्मिक चित्र हो सकते हैं, लेकिन अन्य मुस्लिम और ईसाई बाहुल्य देश किसी धार्मिक चित्र को अपने यहां के नोटों पर नहीं छपवाते हैं। नोटों पर भगवान की फोटो छपवाने की बात गलत है, क्योंकि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले बहुत लोग हैं। वह नोटों पर छपे चित्रों से छेड़छाड़ करके भी माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं।