वाराणसी: देश की आध्यात्मिक राजधानी काशी में गुरुवार से ‘काशी तमिल संगमम’ का औपचारिक शुभारंभ हो रहा है। ज्ञान, संस्कृति और विरासत के 2 प्राचीनतम केंद्रों काशी एवं तमिलनाडु के बीच की कड़ी की तलाश के लिए काशी तमिल संगमम का आयोजन किया जा रहा है। अगले 2 दिन तक समारोह में गीत-संगीत के कार्यक्रम होंगे, और 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एंफीथिएटर ग्राउंड में ‘संगमम’ के मुख्य आयोजन की शुरुआत करेंगे। एक महीने तक चलने वाले इस कार्यक्रम में कई सेमिनार और संगोष्ठियों का आयोजन होगा।
संगमम में होंगे कई तरह के कार्यक्रम
संगमम में मेहमान ग्रुप्स में ट्रेनों के जरिये 12 अलग अलग तरीखों पर चेन्नई, कोयंबटूर और रामेश्वरम जायेंगे। प्रत्येक ग्रुप प्रारंभ से वापस लौटने तक 8 दिन गुजारेगा। ये ग्रुप ऐकेडमिक सेशंस में हिस्सा लेंगे और काशी, अयोध्या सहित अन्य स्थानों पर जायेंगे। साथ ही गंगा क्रूज का भी आनंद उठायेंगे। काशी-तमिल संगमम ज्ञान के विभिन्न पहलुओं-साहित्य, प्राचीन ग्रंथों, दर्शन, आध्यात्मिकता, संगीत, नृत्य, नाटक, योग, आयुर्वेद, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट के साथ-साथ इनोवेशन, व्यापारिक आदान-प्रदान, ‘एजुटेक’ और नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नॉलजी जैसे विषयों पर केंद्रित होगा।
भारतीय रेलवे ने भी की है बड़ी तैयारी
भारतीय रेलवे महीने भर चलने वाले ‘काशी तमिल संगमम्’ के दौरान तमिलनाडु से वाराणसी के लिए 13 ट्रेनें चलाएगा। इसमें से पहली ट्रेन 216 प्रतिनिधियों को लेकर गुरुवार को रवाना होगी। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से रामेश्वरम से 35, तिरुचिरापल्ली से 103 और चेन्नई से 78 प्रतिनिधि ट्रेन में सवार होंगे। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे और चेन्नई एग्मोर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि कुल मिलाकर, इन ट्रेन से 2,592 प्रतिनिधि आयेंगे। उन्होंने बताया कि ये रेलगाड़ियां रास्ते में 21 स्टेशनों पर रुकेंगी।
2000 से ज्यादा छात्रों के लाएगा रेलवे
रेलवे एक विशेष कार्यक्रम के तहत तमिलनाडु के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 2,000 से अधिक छात्रों को रेलगाड़ी से वाराणसी लाएगा। रेलवे विभिन्न पृष्ठभूमि से आने वाले इन छात्रों के लिए विशेष कोच का इंतजाम करेगा। ये छात्र वाराणसी में आयोजित होने वाले ‘काशी तमिल संगमम’ कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं, IIT मद्रास और BHU केंद्र सरकार की ‘काशी तमिल संगमम’ पहल में ज्ञान सहयोगी या नॉलेज पार्टनर के रूप में काम करेंगे।