Highlights
- यूपी में सपा व भाजपा की अन्दरूनी मिलीभगत जग-जाहिर रही है- मायावती
- यूपी चुनाव 2022 के रिजल्ट में बसपा केवल एक सीट पर सिमट गई है
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को सपा और भाजपा पर निशाना साधते हुए बड़ा हमला बोला। मायावती ने यूपी में सपा और भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत को लेकर बताया कि कैसे हिन्दू-मुस्लिम कराकर यहां मुस्लिम समाज को गुमराह किया गया। गौरतलब है कि, यूपी चुनाव 2022 के रिजल्ट में बसपा केवल एक सीट पर सिमट गई है। हालांकि, पार्टी ने सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि, 'यूपी में सपा व भाजपा की अन्दरूनी मिलीभगत जग-जाहिर रही है कि इन्होंने विधानसभा आमचुनाव को भी हिन्दू-मुस्लिम कराकर यहां भय व आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ व सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की, जिसको सुधार कर ही भाजपा को यहां हराना संभव।'
यूपी चुनाव 2022 में बसपा ने केवल 1 सीट पर दर्ज की जीत
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Election Result 2022) के रिजल्ट को लेकर मायावती पहले भी अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ सीटें जीतकर इतिहास रच दिया है। इस चुनाव में बीजेपी गठबंधन को 273 सीटें मिली हैं, जबकि बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 202 सीटों का था। वहीं, समाजवादी पार्टी गठबंधन के खाते में 125 सीटें गई है। वहीं बसपा ने यूपी चुनाव 2022 में केवल एक सीट जीती है। बलिया की रसड़ा विधानसभा सीट पर उमा शंकर सिंह ने बसपा के टिकट पर जीत दर्ज की है।
'दलितों ने बसपा को छोड़ दिया है'
यूपी के राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि, किसी को यह निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि दलितों ने बसपा को छोड़ दिया है। हां यह जरूर है कि उसमें से कुछ उपजातियों का झुकाव दूसरी पार्टियों की ओर जरूर हो गया है। दरअसल, दलितों में जाटवों का बसपा का साथ छोड़ना मायावत के लिए आने वाले समय में और मुश्किलें पैदा कर सकता है। यूपी में कुल वोटों में 21 प्रतिशत दलित हैं और जाटवों (मायावती की दलित उप-जाति) में अकेले 13 प्रतिशत वोट हैं।