Highlights
- आरोप था कि पुलिस ने शिकायत कर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की
- मामले में समझौता कर लेने का दबाव बनाया जा रहा था- पीड़िता का पति
- उसके खिलाफ नित नए मुकदमे दर्ज कराने की धमकी दी थी
उत्तर प्रदेश के मथुरा में शनिवार को थाना राया में समाधान दिवस के मौके पर खुद को आग लगा पहुंची महिला की रविवार को आगरा में उपचार के दौरान मौत हो गई। महिला के पति ने ग्राम प्रधान के पिता सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जनपद के थाना राया क्षेत्र के गांव गैयरा निवासी सतीश कुमार की पत्नी ज्ञानी देवी ने 11 जुलाई 2017 को गांव के ही कुछ लोगों के खिलाफ छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराया था।
उसका आरोप था कि पुलिस ने शिकायत कर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और उस पर मामले में समझौता कर लेने का दबाव बनाया जा रहा था। पीड़िता के पति के बयान के मुताबिक, घटना के आरोपियों तथा उनके चार दर्जन से अधिक हिमायतियों ने कुछ दिन पूर्व ही गांव में पंचायत कर उसकी पत्नी को मुकदमा वापस लेने के लिए धमकाया था।
सतीश ने कहा कि उसकी पत्नी को यह स्वीकार नहीं था। उसने बताया कि तब उनमें से एक हरिचंद ने उसके खिलाफ नित नए मुकदमे दर्ज कराने की धमकी दी थी। सतीश ने दावा किया कि इसी वजह से दबाव में आकर ज्ञानी ने दो दिन बाद अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आग लगा ली और समाधान दिवस की कार्यवाही में पहुंच गई।
महिला के पति ने बताया कि उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। आगरा में उपचार के दौरान ही उसकी मृत्यु हो गई। इस मामले में प्रधान के पिता सुरेश, वीरेंद्र, रिंकू और हरिचंद ने मुकदमा वापस न लेने पर देख लेने की धमकी दी थी। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीश चंद्र ने बताया, मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बनाने वाले ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर ग्राम प्रधान के आरोपी पिता सुरेश को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा बाकी तीन अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें उनके ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ.गौरव ग्रोवर ने बताया, महिला तथा उसके पति द्वारा दर्ज कराए गए हर मुकदमे की जांच की जा रही है। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा कुछ अन्य से भी पूछताछ जारी है।