मैनपुरी में होने वाले उपचुनाव को लेकर रीजनीतिक गलियारे में गरमाहट काफी बढ़ गई है। इस लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को चुनावी रण में उतारा है। वहीं, बीजेपी ने रघुराज सिंह शाक्य को मौका दिया है। इस बीच सैंफई के एक कार्यक्रम में शिवपाल ने कहा कि आज कार्यकर्ताओं की बैठक है मुख्य-मुख्य लोगों की बैठक कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब हम सब एक हो गए हैं तो आपकी जिम्मेदारी है कि जीत बड़ी करानी है। वहीं मंच पर साथ में मौजूद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सबसे पहले रामगोपाल यादव के पैर छूए, इसके बाद मंच पर मौजूद अपने चाचा शिवपाल यादव का भी पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
'जीत को बड़ी बनाना आपकी जिम्मेदारी है'
शिवपाल यादव ने बीजेपी पर हमलावार होते हुए कहा कि भाजपा के मंत्रियो ने अगर फोन कर दिया तो अपमान और बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि सड़कों का मरम्मत नहीं, नहरों में पानी नहीं, बिजली नहीं आ रही, मुकदमा लगाए जा रहे हैं। प्रसपा प्रमुख ने कहा कि जब जसवंतनगर में जाते थे सभी कार्यकर्ता कहते थे कि एक हो जाओ तभी बीजेपी का सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब हम जब एक हो गए हैं तो जीत को बड़ी बनाना आपकी जिम्मेदारी है।
'नेता जी के न होने पर यह पहली मीटिंग हो रही है'
शिवपाल यादव ने कहा कि पूरे यूपी में बीजेपी सरकार ने कोई काम नहीं किया, सिर्फ बेरोजगारी, गरीबी और लूट को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और उसकी सरकार बहुत झूठी सरकार है। शिवपाल ने कहा कि नेता जी के न होने पर यह पहली मीटिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि नेता जी के आदर्शो पर हम सब को चलना है, नेता जी का अंश हम सब लोगों में है इस लिए यह प्रतिष्ठा का चुनाव है। उन्होंने कहा कि अब नेता जी जो छोड़ कर जिम्मेदारी देकर गए हैं उसका निर्वाहन अखिलेश यादव को करना है।
'मैनपुरी के चुनाव में ऐतिहासिक जीत होने वाली है'
वहीं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि मैं सबसे पहले शिवपाल जी को आभार और धन्यवाद प्रकट करता हूं। उन्होंने कहा कि मैनपुरी में सबसे बड़ी जीत दिलाने वाला जसवंत नगर और उसका ब्लाक सैफई के सभी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद। अखिलेश यादव ने कहा कि आज पूरे देश की निगाह इस उपचुनाव पर है, लेकिन मैनपुरी के चुनाव में ऐतिहासिक जीत होने वाली है। अखिलेश ने कहा कि इस चुनाव में नेता जी नही हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा जसवंतनगर के लोगों को अपना परिवार समझा। उन्होंने कहा कि नेता जी ने मैनपुरी को पहचान दी और मैनपुरी ने नेता जी को नेता जी बनाया।
'राजनैतिक दूरियां थीं लेकिन आज से वे भी खत्म हो गईं'
पूर्व सीएम ने कहा कि लोग कहते थे कि दूरियां हैं चाचा-भतीजा में, लेकिन कभी नहीं रहीं। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दूरियां थीं लेकिन आज से वे भी खत्म हो गई हैं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भजापा तो डर गई है क्योंकि उनको पता है कि जसवंत नगर ने मन बना लिया है तो ब़डी जीत होगी। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी परेशान है, वे कहते हैं परिवार दूर है और जब परिवार एक हो जाए तो कहते हैं परिवारवादी। पूर्व सीएम ने कहा कि नेता जी ने इस क्षेत्र को विकसित किया है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को पुरानी जानकारी हो न हो लेकिन हम लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि इस आंदोलन को आगे कैसे लेकर जाए।