Highlights
- लखनऊ होटल अग्निकांड में हुआ बड़ा खुलासा
- लेवाना सूट होटल का नक्शा नहीं था पास
- होटल के मालिक नहीं दे पाए पास किया हुआ नक्शा
Lucknow Hotel Fire: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में चार मंजिला एक होटल में सोमवार सुबह आग लग गई। आग की इस घटना में दो महिलाओं समेत चार लोगों की मौत हो गयी, जबकि कम से कम दस लोग घायल हो गए। पुलिस ने जानकारी दी कि आग लगाने की यह घटना हजरतगंज के मदन मोहन मालवीय मार्ग पर स्थित लेवाना सूट होटल में हुई। अधिकारियों ने कहा कि बचाव दल यह देखने के लिये होटल परिसर की तलाशी ले रहे हैं कि कहीं कोई और फंसा न हो। लेकिन इस बीच ये भी जानकारी सामने आई है कि होटल के मालिक अभी तक प्रशासन को पास किया हुआ नक्शा नहीं दे पाए हैं।
सीलिंग के बाद ध्वस्त किया जाएगा होटल
सूचना निदेशक शिशिर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्त रोशन जैकब और पुलिस आयुक्त एसबी शिरोडकर को आग लगने की घटना की जांच का जिम्मा सौंपा है। लेकिन इस बीच ये भी सामने आया है कि होटल के मालिक अभी तक प्रशासन को पास किया हुआ नक्शा नहीं दे पाए। बताया जा रहा है कि लखनऊ में हजरतगंज के मदन मोहन मालवीय मार्ग पर स्थित लेवाना सूट होटल का नक्शा पास नहीं था। लिहाजा प्रशासन अब सीलिंग के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। इस प्रकरण में होटल के 2 मालिक राहुल और रोहित अग्रवाल को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया है और इस अग्निकांड में FIR दर्ज की जा रही है।
अग्निकांड को लेकर सीएम योगी एक्टिव
घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अस्पताल पहुंचे और उन्होंने घायलों की हालत के बारे में जानकारी ली और अधिकारियों को घायलों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने घायलों को मुफ्त और बेहतर इलाज उपलब्ध कराने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया। लखनऊ के पुलिस आयुक्त एसबी शिरोडकर ने बताया कि होटल की इमारत का फोरेंसिक ऑडिट किया जाएगा।
NDRF, SDRF और बुलडोजर की लेनी पड़ी मदद
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह करीब सात बजे आग लगी जिससे इलाके में दहशत फैल गई। उन्होंने बताया कि आग की लपटों और धुएं से पूरा होटल घिरा दिखा। होटल से फंसे लोगों को निकालने का प्रयास शुरू होते ही भीड़ जमा हो गई। दमकलकर्मियों को आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने आग बुझाने में मदद के लिए पहली मंजिल पर एक दीवार को तोड़ने के लिए बुलडोजर का भी इस्तेमाल किया। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम को भी बचाव अभियान में लगाया गया था।