लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी से एक हैरान करने वाली खबर आई है। यहां करीब एक दर्जन लोग थाने पहुंचे और खुद को वकीलों के रूप में पेश किया और उसके बाद लखनऊ के कैसरबाग पुलिस स्टेशन से एक जब्त एसयूवी को छुड़ा लिया। आरोपियों ने वकीलों की वर्दी पहन रखी थी। बताया जा रहा है कि एसयूवी को एक वकील की शिकायत पर थाने लाया गया था, जिसने एसयूवी के मालिक पर लखनऊ बार एसोसिएशन के महासचिव के पदनाम का इस्तेमाल करने और अधिवक्ताओं की छवि खराब करने का आरोप लगाया था।
पुलिस को बताए बिना लेकर चल दिए एसयूवी
पुलिस ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। शिकायतकर्ता सब इंस्पेक्टर रामकेश सिंह ने कहा कि वह काम में व्यस्त थे, जब कांस्टेबल अखिलेश ने उन्हें उन लोगों के बारे में बताया जो पुलिस को सूचित किए बिना एसयूवी को ले गए थे। सब-इंस्पेक्टर ने अपनी शिकायत में कहा कि आरोपी एसयूवी लेकर चले गए और कहा कि यह उनकी है।
गाड़ी पर लखनऊ बार एसोसिएशन के महासचिव का फर्जी पदनाम
इससे पहले हुसैनगंज के एक अधिवक्ता गोविंद कनौजिया ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक एसयूवी पर लखनऊ बार एसोसिएशन के महासचिव के फर्जी पदनाम का उपयोग करने का आरोप लगाया था। शिकायत पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और एसयूवी को जांच के लिए थाने ले जाया गया। गोविंद ने अपनी शिकायत में कहा है कि बदमाश बार एसोसिएशन के महासचिव पद का प्रयोग कर रहे थे। एसीपी योगेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने वकीलों की ड्रेस में आए करीब 12 लोगों के खिलाफ पुलिस कस्टडी से जबरन गाड़ी ले जाने का मामला दर्ज किया है।