Highlights
- सीएम योगी समेत दोनों डिप्टी सीएम ने लालजी टंडन को किया याद
- लालजी टंडन जी जैसा व्यक्तित्व सामान्य नागरिक के मन में एक नया विश्वास जगाता है- योगी आदित्यनाथ
- कार्यक्रम में अनूज जलोटा ने गीतों से बांधा समां
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और बिहार के राज्यपाल रहे लालजी टंडन की जयंती पर उन्हें याद किया गया। पुराने लखनऊ के 'अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर' में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ समेत दोनों डिप्टी सीएम- बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्या मौजूद रहे। वहीं इस मौके पर पद्मश्री अनूप जलोटा ने अपनी सुरमई संध्या से समा बांध दिया। बता दें कि, लालजी टंडन को लोग बाबूजी कहकर भी बुलाते थे।
लालजी टंडन की जयंती पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लालजी टंडन जी जैसा व्यक्तित्व सामान्य नागरिक के मन में एक नया विश्वास जगाता है। टंडन जी भारत के लोकतंत्र की एक जीती-जागती मिसाल थे। एक सामान्य कार्यकर्ता भी सर्वोच्च संवैधानिक पदों पर जा सकता है।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लालजी टंडन यह बात अपनी पूरी हुई सही यादों को साझा किया। यादों के झरोखों में खोते हुए बृजेश पाठक ने कहा कि जब वह सांसद हुआ करते थे तब लालजी टंडन के साथ लखनऊ मेल से दिल्ली आया-जाया करते थे। उन्होंने कहा कि बाबूजी हमारे लिए अभिभावक की तरह थे और हर बात को वह बेबाकी से कह देते थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने 'लाल जी टण्डन शिखर सम्मान' से पूर्व लोकायुक्त न्यायमूर्ति एस.सी. वर्मा, सुप्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. मंसूर हसन और मशहूर साहित्यकार पद्मश्री डॉ. विद्याबिन्दु सिंह को सम्मानित किया।
वहीं, सुप्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल और कार्टूनिस्ट हरि मोहन वाजपेयी 'माधव' को 'लाल जी टण्डन कला संस्कृति पुरस्कार' से नवाजा गया। जबकि, समाज में अच्छा कार्य करने वाली सामाजिक संस्थाओं 'उम्मीद', 'एक कोशिश ऐसी भी', 'स्वच्छ पर्यावरण प्रोत्साहन आन्दोलन सेना' और 'पॉवर विंग फाउन्डेशन' को को 'लाल जी टण्डन सामाजिक सेवा पुरस्कार' दिया गया।