Highlights
- चार किसानों, एक पत्रकार, दो BJP कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर समेत आठ लोगों की मौत हुई थी
- घटना के सभी आरोपियों पर जानबूझकर प्लानिंग करके अपराध करने का आरोप तय किया गया
लखीमपुर खीरी: लखीमपुर कांड को चल रही एसआईटी की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि सोच-समझकर हत्या की साजिश रची गई थी। सभी सभी आरोपियों पर जानबूझकर प्लानिंग करके अपराध करने का आरोप तय किया गया है। मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों पर जांच के बाद धाराएं बदली गई हैं। अब IPC की धाराओं 279, 338, 304 A को हटाकर 307, 326, 302, 34,120 बी,147, 148,149, 3/25/30 की धाराएं लगाई गई हैं। वहीं मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत सभी 13 गिरफ्तार आरोपियों की आज कोर्ट में पेशी हो सकती है।
इससे पहले लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में पिछले महीने जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू समेत तीन आरोपियों की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
हिंसा में चार किसानों, एक स्थानीय पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की मौत हो गई थी। हिंसा की जांच के लिए गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मामले में 12 अन्य आरोपियों की पहचान की थी और उन्हें गिरफ्तार किया था।