Highlights
- योगी के यूपी में कावड़ यात्रियों पर पुष्प वर्षा
- महादेव के अभिषेक से पहले कावड़ियों का स्वागत
- सावन का दूसरा सोमवार आज, शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़
Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जगह जगह कावड़ियों का स्वागत किया जा रहा है। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की नई तस्वीरें मेरठ से सामने आईं हैं जहां आईजी प्रवीण कुमार और डीएम दीपक मीणा कावड़ियों पर फूलों की बारिश कर रहे हैं। सीएम योगी ने भी आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हेलीकॉप्टर से कांवड़ यात्रा का निरीक्षण किया। सीएम का हेलीकॉप्टर बागपत के पुरा महादेव मंदिर से लेकर मेरठ के काली पलटन मंदिर के ऊपर से गुजरा। इस दौरान उन्होंने हेलीकॉप्टर से ही हाथ हिलाकर कांवड़ियों का स्वागत किया।
योगी ने की थी कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की शुरुआत
सोमवार को दिल्ली की 2 दिवसीय यात्रा से वापसी के दौरान मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा का जायजा लिया। योगी ने पहले ही प्रशासनिक अधिकारियों को हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करने और कांवड़ यात्रा की निगरानी करने के निर्देश दिए थे। बता दें कि योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद लगातार कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की जा रही है। 2017 में ही योगी ने सीएम बनते ही आकाश से पुष्प वर्षा की शुरुआत की थी।
सड़कों पर उमड़ पड़ा हैं शिव भक्तों का सैलाब
कोरोना महामारी के बाद यह पहला मौका है, जब प्रदेश में कांवड़ यात्रा आयोजित की जा रही है। सड़कों पर शिव भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। कहीं विशाल झांकियां निकाली जा रही हैं तो कहीं योगी-मोदी के मुखौटे पहने कांवड़िए मार्गों से गुजर रहे हैं। शिव भक्तों के स्वागत के लिए सजा शहरों का मुख्य मार्ग रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा है। जगह-जगह कांवड़ सेवा शिविर स्थापित किए गए हैं।
DM और पुलिस अधीक्षकों को खुद मौके पर जाने के दिए थे निर्देश
योगी ने 18 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जिलों में तैनात वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करते हुए निर्देश दिया था कि कांवड़ यात्रा मार्ग में जगह-जगह स्वास्थ्य चौकियां स्थापित की जाएं और किसी की भी तरह की धार्मिक यात्रा या जुलूस में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि गाजियाबाद-हरिद्वार मार्ग कांवड़ यात्रा की दृष्टि से सर्वाधिक व्यस्त रहता है और यहां दूसरे राज्यों के श्रद्धालु भी आते हैं, इसलिए सीमावर्ती राज्यों से भी संवाद बनाए रखें। उन्होंने किसी भी तरह की अप्रिय सूचना मिलने पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को खुद मौके पर जाने के निर्देश दिए थे।