Highlights
- वॉट्सएप ग्रुप के सदस्य लगातार ग्रुप में अपलोड कर रहे थे मार्केट बंद की फोटो
- कानपुर हिंसा में शामिल 9 और आरोपियों को गिरफ्तार किया
- गिरफ्तार हुए लोगों की संख्या बढ़कर 38 हुई
Kanpur Violence: कानपुर हिंसा के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार हिंसा का मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी के मोबाइल पर 141 वॉट्सएप ग्रुप मिले हैं। वहीं बंद को लेकर हुई चैटिंग की डिटेल भी मिली है। इस वॉट्सएप ग्रुप के सदस्य मार्केट बंद की फोटो लगातार ग्रुप में अपलोड कर रहे थे।इसी बीच कानपुर में हुए उपद्रव के मामले में एक और जानकारी मिली है। शहर के अलावा अन्य जिलों में भी दंगा फैलाने की साजिश मिली थी। इसके लिए 6 मोबाइल से 16000 से ज्यादा मैसेज भेजे गए थे। ये मैसेज लखनऊ के नंबरों से भेजे गए। इस मैसेज में बंद से संबंधित संदेश फैलाया गया था। इस मामले में कानपुर के कल्याणपुर के कुछ मोबाइल मालिकों से पुलिस ने पूछताछ की है। पुलिस पूरी तरह एक्शन के मोड में है। पूछताछ के बीच प्रदेश में कई जगह छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि कानपुर हिंसा में शामिल 9 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही अब गिरफ्तार हुए लोगों की संख्या बढ़कर हुई 38 हो गई है। गिरफ्तार हुए आरोपियों में पुलिस की तरफ से दर्ज कराई FIR में नामजद व अज्ञात आरोपी शामिल हैं।
कानपुर हिंसा के मामले पुलिस प्रशासन एक्शन के मोड में हैं। जुमे की नमाज के बाद फैली हिंसा के बाद खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दंडात्मक कार्रवाई के कड़े निर्देश दिए थे। उनके निर्देश मिलने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और ताबड़तोड़ कार्रवाई कर सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और अन्य बिंदुओं पर छानबीन करने के बाद आरोपियों की धरपकड़ की। हिंसा में शामिल लोगों की जानकारी सर्वजनिक रूप से टांग दी गई है। जिसमें नुकसानी की भरपाई और दंड की बात भी लिखी गई है।
उधर, मिली जानकारी के मुताबिक कानपुर हिंसा के दौरान ऊंची इमारतों से पथराव की जानकारी सामने आई है। इसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और यहां बनी अवैध इमारतों पर कार्रवाई के आदेश भी दे दिए गए। यह आदेश कानपुर विकास प्राधिकरण को मिला है, जिस पर वह कार्रवाई के लिए आवश्यक तैयारी करेगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग बाहर आए और इस दौरान दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। इसके बाद हिंसा की घटना हो गई थी। जिसके बाद पुलिस बल बुलाकर बाद में स्थिति पर काबू पाया गया था। इस दौरान जमकर पथराव की घटना हुई थी।