पुलिस ही जब आम आदमी की रक्षा करने के बजाय अपहरण करने लग जाए तो फिर सुरक्षा के लिए कहां जाया जाए। ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के कानपुर से जहां एक पुलिस वाले ने एक कारोबारी का अपहरण कर लिया था। बताया जा रहा है कि कानपुर में एक बुजुर्ग व्यवसायी का कथित तौर पर अपहरण किया गया। इसके बाद फिरौती नहीं देने पर हत्या की धमकी भी दी गई। इस मामले में एक पुलिस कांस्टेबल समेत दो लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है।
खाकी में आए युवक ने कार में जबरन बिठाया
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) प्रमोद कुमार ने कहा कि गिरफ्तार कांस्टेबल की पहचान मुकेश कुमार (37) के रूप में की गई है जो फीलखाना पुलिस थाने में तैनात है, वहीं उसके साथी की पहचान शालू नंदा (40) के रूप में की गई है जो चाय बेचने वाला है। उन्होंने बताया कि कोतवाली पुलिस थाने में तैनात अमित कुमार और उसका साथी मोनू उर्फ बक्सर फरार हैं। य़ह घटना शुक्रवार शाम उस समय घटी जब पीड़ित रघुवीर चंद्र कपूर गोविंद नगर में अपनी परचून की दुकान में थे, तभी खाकी वर्दी में एक युवक कार से वहां आया। कुमार ने बताया कि खाकी वर्दी में आए युवक ने खुद को एसटीएफ से बताया और कपूर को बलपूर्वक कार में बिठा कर उसका अपहरण कर लिया।
पीड़ित के भतीजे को आया फिरौती का कॉल
पुलिस ने बताया कि इसके बाद, पीड़ित के भतीजे पंकज कपूर को फिरौती के लिए मोनू उर्फ बक्सर की ओर से फोन किया गया और 35,000 रुपये फिरौती मांगी गई। पंकज ने तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस हरकत में आई और व्यापक स्तर पर वाहनों की जांच शुरू की, जिससे अपहरणकर्ताओं को कपूर को छोड़ना पड़ा। उन्होंने बताया कि मुकेश और अमित कुमार को सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय किया गया है।