Highlights
- नाहिद हसन के 2 चाचाओं की अवैध संपत्तियों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर चल गया है।
- सपा विधायक के चाचा सरवर हसन और अरशद हसन की अवैध संपत्ति को डायनामाइट और बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया।
- नायब तहसीलदार गौरव कुमार ने बताया कि रामडा रोड पर पूर्व में हल्का लेखपाल द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया था।
कैराना: समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन के 2 चाचाओं की अवैध संपत्तियों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर चल गया है। सपा विधायक के चाचा सरवर हसन और अरशद हसन की अवैध कॉलोनी और शत्रु संपत्ति को डायनामाइट और बुलडोजर का इस्तेमाल कर ध्वस्त कर दिया गया। बता दें कि शामली के कैराना में प्रशासन द्वारा लगातार दूसरे दिन भी शत्रु संपत्तियों पर खड़े किए गए अवैध निर्माणों व अवैध रूप से कृषि भूमि पर काटी गई कॉलोनी पर बुलडोजर चलवाया गया। प्रशासन ने चारों अवैध निर्माणों से अतिक्रमण हटवाते हुए कार्यवाही शुरू कर दी है।
योगी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद कैराना में पुलिस प्रशासन दबंग भू माफियाओं की अवैध संपत्तियों व अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवा रहा है। एक दिन पहले भूरा रोड स्थित कृषि मंडी उत्पादन समिति के सामने समाजवादी के विधायक चौधरी नाहिद हसन के सगे चाचा सरवर हसन के कब्जे से करीब 10 बीघा सरकारी भूमि को प्रशासन ने कब्जा मुक्त कराया था। इसके साथ ही बुधवार को भी प्रशासन द्वारा विधायक के चाचा भू माफिया सरवर हसन द्वारा रामडा रोड पर मौजूद शत्रु संपत्ति पर बेचे गए प्लॉटो पर खड़े 3 अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवाकर उन्हें ध्वस्त करा दिया।
प्रशासन पुराने बाईपास पर मौजूद विधायक नाहिद हसन के पुराने राइस सैलर के पास बुलडोजर लेकर पहुंचा। यहां पर विधायक नाहिद हसन के ही दूसरे चाचा अरशद हसन व एक अन्य रिश्तेदार अरशद अली के नाम कृषि भूमि मिली। जहां पर बिना परमिशन के अवैध रूप से कॉलोनी काटी गई थी। प्रशासन द्वारा कॉलोनी की डीमार्केशन को ध्वस्त करा दिया। नायब तहसीलदार गौरव कुमार ने बताया कि रामडा रोड पर पूर्व में हल्का लेखपाल द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया था।
गौरव कुमार ने बताया कि यहां पर करीब 15, 16 बीघा शत्रु संपत्ति राजस्व अभिलेखों में दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने घर बना लिए हैं। उनको नोटिस भेजे जाएंगे। अर्धनिर्मित मकान व प्लाटों से अवैध अतिक्रमण हटवाया गया हैं। उन्होंने कहा कि 1993 के करीब आनन-फानन कुछ भूमाफियाओं ने बैनामे लोगों के नाम कर दिए थे। 2009 में खतौनी पर आदेश आ गए थे कि यह शत्रु संपत्ति हैं। जिन भूमाफियाओं ने लोगों को प्लॉट बेचे हैं। मामले की जांच कर कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएंगी। इसके अलावा अवैध रूप से काटी गई एक कॉलोनी पर भी बुलडोजर चलवाया गया हैं।
इस दौरान एसडीम संदीप कुमार, सीओ बिजेंद्र सिंह भड़ाना, कोतवाली प्रभारी अनिल कपरवान, अधिशासी अधिकारी मणि अरोरा व राजस्व विभाग की टीम के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स व पुलिस के जवान मौजूद रहे।