Highlights
- हनुमानगढ़ी के महंत ने दी फिल्म निर्माता मनिमेकलाई को धमकी
- महंत राजू दास ने फिल्म को बैन करने की उठाई मांग
- काली पोस्टर विवाद पर दिल्ली और यूपी में दर्ज हुई है FIR
डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर को लेकर विवाद (Kaali Poster Controversy) थमता नजर नहीं आ रहा है। जब से इस फिल्म का विवादित पोस्टर लॉन्च हुआ है, तब से तमाम हिंदू संगठनों ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की है। अब इसी कड़ी में अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास (Mahant Raju Das) का एक बयान सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा है कि 'क्या इच्छा है? तुम्हारा भी सिर तन से जुदा हो जाए!
महंत राजू दास ने आगे कहा फिल्म निर्माता मनिमेकलाई ने जो अब तक किया है उस पर उन्हें माफ किया जा सकता है। लेकिन अगर यह फिल्म रिलीज हो जाती है तो फिर हम वह स्थिति उत्पन्न कर देंगे कि कोई संभाल नहीं पाएगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म, संस्कृति और हमारे देवी देवताओं का मजाक उड़ाया जाना निंदनीय है।
अमित शाह से की कार्रवाई की मांग
खबरों की मानें तो हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने देश के गृहमंत्री अमित शाह से मांग की है कि फिल्म निर्माता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। फिल्म पर बैन लगाया जाए। आपको बता दें अब तक इस पोस्टर विवाद को लेकर यूपी और दिल्ली में एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है। दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने मां काली पोस्टर मामले में सेक्शन 153A और 295A के तहत एफआईआर दर्ज की है। वहीं फिल्म 'काली' की निर्माता लीना मनिमेकलाई के खिलाफ यूपी पुलिस ने भी FIR दर्ज कर ली है।
क्या है फिल्म काली पोस्टर विवाद
कनाडा में फिल्म 'काली' का एक ऐसा पोस्टर जारी किया गया था, जिसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है और पोस्टर में मां काली के हाथ में LGBTQ का प्राइड फ्लैग भी है। इस पोस्टर ने भारत में बवाल मचा दिया है। बता दें कि ये पोस्टर फिल्ममेकर लीना मनिमेकलाई की डाक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' का है। विवाद के बाद लोग सोशल मीडिया पर फिल्ममेकर लीना को जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ये पोस्टर 2 जुलाई को रिलीज हुआ था और इसे कनाडा में आयोजित एक प्रोजेक्ट 'अंडर द टेंट' के तहत प्रदर्शित किया गया था। ये प्रोजेक्ट टोरंटो के आगा खान म्यूजियम में प्रदर्शित किया गया था।