उत्तर मध्य रेलवे के वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी के यार्ड में बुधवार को मालगाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे आवागमन बाधित हुआ। कई गाड़ियों के मार्ग में बदलाव किया गया। वहीं, जांच के लिए समिति बनाई गई है। रेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-भीमसेन खंड में वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी यार्ड में मालगाड़ी लोडेड (बीटीपीएन) के पांच डिब्बे बुधवार की सुबह पटरी से उतर गए। इसके बाद वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-मुस्तरा एवं वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-करारी दोनों दिशाओं में अप एवं डाउन दोनों लाइन बाधित हो गई। इसमें किसी भी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई है।
रिस्टोरेशन कार्य युद्धस्तर पर शुरू हुआ
बताया गया है कि हादसे की जानकारी मिलते ही तुरंत कार्रवाई करते हुए दुर्घटना राहत गाड़ी को रवाना किया गया और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर रिस्टोरेशन हेतु पहुंच गए। रिस्टोरेशन कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। गाड़ी के आगे के हिस्से को मुस्तरा की दिशा में खींच कर घटना स्थल से हटाया गया और वहीं पीछे के हिस्से को खींच कर हंप लाइन में पहुंचाया गया।
कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए
राहत और बचाव कार्य के चलते पहली गाड़ी लखनऊ इंटरसिटी घटना स्थल से रवाना हुई। वहीं, बुधवार को यात्रा प्रारंभ करने वाली गाड़ी सं 11807 वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-आगरा गाड़ी को कैंसिल कर दिया गया, जबकि कई गाड़ियों के मार्ग में बदलाव किया गया है। इसमें गाड़ी सं 12625 त्रिवेंद्रम-नई दिल्ली का रूट डायवर्ट कर बरास्ता महादेवखेडी-गुना-ग्वालियर, गाड़ी सं 00761 रेनिगुंटा -निजामुद्दीन का रूट कर डायवर्टकर बरास्ता महादेवखेडी-गुना-ग्वालियर, गाड़ी सं 12803 विशाखापटनम-निजामुद्दीन का का रूट डायवर्ट कर बरास्ता महादेवखेडी-गुना-कोटा-मथुरा से निकाला जाएगा। इसी तरह गाड़ी सं 12707 तिरुपति-निजामुद्दीन का मार्ग परिवर्तन बरास्ता महादेवखेडी-गुना--कोटा-मथुरा, गाड़ी सं 18477 पुरी-योगनगरी ऋषिकेश का मार्ग परिवर्तन बरास्ता महादेवखेडी- गुना--कोटा-मथुरा मार्ग से रवाना किया जाएगा।
इस हादसे की घटना की जांच हेतु पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति के सदस्य वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (मध्य), वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता व कैरिज एंड वैगन, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर व परिचालन, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवम् दूरसंचार इंजीनियर व मेन लाइन और वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी हैं।