ITMS in Noida: नोएडा में ऐसा हाईटेक सिस्टम लगाया गया है जिससे लोगों को काफी मदद मिलेगी। एक्सीडेंट की स्थिति में चंद मिनट में एंबुलेंस घटना स्थल पर पहुंच जाएगी और घायल को अस्पताल ले जाएगी। दरअसल, शहर के 20 चौराहों पर इसका ट्रायल शुरू हो चुका है। बहुत जल्द 84 और चौराहों पर भी सर्विलांस सिस्टम लागू होने जा रहा है। इसको इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) का नाम दिया गया है।
डीजीएम एसपी सिंह के मुताबिक, कंट्रोल रूम में वीडियो वॉल तैयार की गई है। कंप्यूटर, डेस्क, माइक, स्पीकर लगाए गए हैं। यहां कैमरों के जरिए पूरे शहर की गतिविधियों की निगरानी आसान हो रही थी। सभी लोकेशन के ट्रैफिक मैनेजमेंट को भी इसी कंट्रोल रूम से संचालित किया जा रहा था। जून में पूरे शहर में ये सिस्टम 100% लागू हो जाएगा।
जानिए चरणबद्ध तरीके से कैसे सिस्टम तैयार किया गया?
- पहले फेज में चौराहों के लाइव व्यू, डिजिटल जूमिंग, स्नेप शॉट, रिकॉर्डिंग और पीटीजेड कैमरों का ट्रायल किया गया।
- सेकंड फेज में ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों की मॉनिटरिंग की गई। इसमें रेड लाइट उल्लंघन, बिना हेलमेट, ट्रिप्लिंग वालों को देखा गया।
- थर्ड फेज में एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम के तहत ट्रैफिक प्लान, पुलिस पैनल फंक्शन, जंक्शन कंट्रोल देखा गया।
- फोर्थ फेज में पब्लिक एनांउसमेंट सिस्टम में लाइव एनाउंसमेंट, रिकॉर्ड एनाउंसमेंट और सबसे महत्वपूर्ण इमरजेंसी कॉल बाक्स में टू वे कम्यूनिकेशन देखा गया।
हर चौराहे पर लगे है पैनिक बटन
ITMS योजना के लिए शहर में 76 पोल्स लगाए जा रहे हैं। सभी चौराहों पर पैनिक बटन लगाए गए हैं। जिसका फंक्शन ये होगा कि अगर किसी को मदद चाहिए तो वो इस बटन को दबा सकता है। कंट्रोल रूम में बैठा व्यक्ति मदद भेज देगा। साथ ही चार एंगल वाले 272 केंटीलीवर, 20 गेंट्री, 102 जंक्शन बॉक्स और 273 स्मार्ट जंक्शन बॉक्स लगाए जा रहे हैं।
इसके अलावा, 150 एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम व 22 साइन बोर्ड लगाए जा रहे है। इसके लिए 106 किमी ड्रक्ट का काम पूरा किया जा चुका है। वहीं, 60 किमी फाइबर केबिल बिछाने का काम पूरा किया जा चुका है। इसमें 693 ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरे, 278 फिक्स्ड कैमरें, 76 पैंटेल्ड जूम (पीटीजेड) कैमरे व 18 स्पीड डिटेक्शन कैमरा है। इन सभी को कंट्रोल रूम से आपरेट किया जाएगा। इसका काम पूरा हो चुका है।
आम्रपाली से लेकर श्रमिक कुंज तक सब जगह निगाह
जिन 20 चौराहों पर ट्रायल किया गया था। इनमें आम्रपाली, गोलचक्कर, ओखला बर्ड मेट्रो स्टेशन, औषधि पार्क, एचसीएल, मयूर स्कूल, ओल्ड एचटीएमएस, माहामाया फ्लाईओवर के नीचे, बोटेनिकल गार्डन, डिग्री कॉलेज चौराहा, 31-25 चौराहा, सिटी सेंटर, सेक्टर-76, अट्टा पीर, सेक्टर-15, हाजीपुर, श्रमिक कुंज, सेक्टर-93, इल्डिको और सेक्टर-91 टी प्वाइंट पाथवे की निगरानी की गई।