Highlights
- सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने फिर दिया बेतुका बयान
- जिसकी मर्जी हो वह झंडा लगाए: बर्क
- क्या झंडा लगाने से ही देशभक्ति साबित होगी: बर्क
Har Ghar Tiranga: समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) अक्सर अपने बेतुके बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। उन्होंने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है, जिस पर विवाद हो गया है। दरअसल पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि वो 2 से 15 अगस्त के बीच सोशल मीडिया पर तिरंगे को अपनी प्रोफाइल पिक्चर के रूप में इस्तेमाल करें। उसके बाद पीएम के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) सहित अन्य बीजेपी नेताओं ने भी अपनी डीपी बदलते हुए तिरंगा लगाया था। ऐसे में सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने कहा है कि जिसकी मर्जी हो वह झंडा लगाए। क्या झंडा लगाने से ही देशभक्ति साबित होगी।
जनसंख्या नियंत्रण कानून पर भी दिया था बेतुका बयान
जनसंख्या नियंत्रण कानून से जुड़ी तमाम बयानबाजियों के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि बच्चा पैदा करने का ताल्लुक अल्लाह से है, इंसान से नहीं है। अल्लाह बच्चा पैदा करता है तो पालने का भी इंतजाम करता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार फिर भी कानून लाना चाहती है तो इसकी जगह पर बच्चों की तालीम पर ध्यान देना चाहिए। अगर बच्चे को तालीम मिल जाएगी तो जनसंख्या का मुद्दा खुद ही सुलझ जाएगा।
गुरबत और बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दे रही सरकार: बर्क
उन्होंने (Shafiqur Rahman Barq) कहा था कि सरकार गुरबत और बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दे रही है। इन बातों पर भी ध्यान देना चाहिए। साल 2024 में चुनाव हैं, इसलिए सरकार हर तरह से आदमी के नजरिए को बदल देना चाहती है। उन्होंने (Shafiqur Rahman Barq) कहा कि सरकार चाहती है कि वोटर और लोग उन्हें तवज्जो दें और उन्हें ही वोट दें। लेकिन ये मामला इंसानों से जुड़ा है और सबका है। जब एक आदमी अपने हालात से वाकिफ होगा तो वह उसके हिसाब से अपनी गृहस्थी का भी इंतजाम कर लेगा।
बता दें कि शफीकुर्रहमान बर्क मूल रूप से उत्तर प्रदेश के संभल से नाता रखते हैं।
वहीं सीएम योगी ने विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ना चाहिए लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि जनसांख्यिकी असंतुलन पैदा न हो।