गाजियाबाद: गाजियाबाद में 31 दिसंबर की रात 10 बजे गायब हुए दो दोस्तों का शव 4 जनवरी की शाम को गांव के पास में ही अलग-अलग खेतों में पड़ा मिला। शव का चेहरा तेजाब से जलाया गया था। शव मिलने की सूचना पर पहुंची पुलिस को गांव वालों का भारी विरोध झेलना पड़ा। उसके बाद पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। गाजियाबाद के टीलामोड़ थाना क्षेत्र के रिस्तल गांव के दो दोस्तों की हत्या कर दी गई। दोनों युवकों के चेहरों को तेजाब से जलाकर शवों को गांव के पास अलग-अलग खेतों में फेंक दिया गया। परिजनों ने आसपास की प्रदूषण फैलाने वाली अवैध फैक्ट्री संचालकों पर हत्या का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने घटना के विरोध में जमकर हंगामा किया।
जानिए क्या है पूरा मामला
रिस्तर गांव के 25 वर्षीय दुर्गेश कसाना और 24 वर्षीय गौरव कसाना दोनों दोस्त थे। दुर्गेश डीजे बजाने का काम करता था, जबकि गौरव प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। शनिवार शाम 7 बजे दोनों गांव के एक व्यक्ति की बाइक मांगकर ले गए थे। परिजनों ने रात 9 बजे दुर्गेश को फोन किया, तो उसने थोड़ी देर में घर लौटने की बात कही, लेकिन 10 बजे के बाद के बाद दोनों का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। दोनों की काफी तलाश की गई, लेकिन कहीं उनका सुराग नहीं लगा।
दोनों युवकों का मोबाइल और बाइक नहीं मिली
सोमवार को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। बुधवार दोपहर तीन बजे खेत में गांव के एक व्यक्ति ने गौरव का शव देखा और सूचना दी। पुलिस ने तुरंत ही गौरव के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। तभी 500 मीटर की दूरी पर दूसरे खेत में दुर्गेश का शव मिल गया। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक फैक्ट्री संचालक गिरफ्तार नहीं होंगे, वह शव नहीं उठने देंगे। मौके पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया। पुलिस ने ग्रामीणों को मुश्किल से समझाकर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। दोनों युवकों का मोबाइल और बाइक नहीं मिली है।