मेरठ: बहुजन समाज पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मेरठ पुलिस ने कुरैशी की पत्नी और उनके दोनों बेटों समेत 7 पर गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की है। हापुड़ रोड पर कुरैशी के द्वारा अवैध तरीके से मीट फैक्ट्री चलाई जा रही थी। 31 मार्च को छापेमारी कर फैक्ट्री के अंदर से पुलिस ने 5 करोड़ रुपये की कीमत का 2,000 क्विंटल मीट बरामद किया था। मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने मामले में संबंधित क्षेत्राधिकारी और खरखौदा क्षेत्र के प्रभारी निरीक्षक को अभियुक्तों के विरुद्ध गैंगस्टर ऐक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई का निर्देश दिया।
परिवार समेत फरार हैं याकूब कुरैशी
मामले में याकूब कुरैशी, संजीदा पत्नी याकूब कुरैशी, इमरान कुरैशी, फिरोज कुरैशी, मोहित त्यागी, फैजाब और मुजीब पर अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। इस मामले में 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस का कहना है कि फैक्ट्री का लाइसेंस खत्म होने के बावजूद इसे संचालित किया जा रहा था। याकूब कुरैशी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं क्योंकि इस मामले में अवैध तरीके से मीट पैकेजिंग और प्रोसेसिंग से कमाई संपत्ति को जब्त करने के लिए भी कार्रवाई की जा सकती है। याकूब और उनके परिजन फिलहाल फरार चल रहे हैं और पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
विवादो से कुरैशी का रहा है पुराना नाता
पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी का विवादों से पुराना नाता रहा है। उन्होंने 2006 में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाने वाले डेनमार्क के कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने वाले को 51 करोड़ का इनाम देने की घोषणा की थी। उन्होंने पेरिस में फ्रांसीसी मैगजीन शार्ली एबदो के दफ्तर पर हुए हमले को भी सही ठहराया था। उन्होंने तब कहा था कि इस्लाम धर्म और पैगंबर-ए-इस्लाम मोहम्मद साहिब की शान गुस्ताखी किसी भी सूरत में माफ नहीं की जा सकती। इतना ही नहीं, उन्होंने मैगजीन के दफ्तर पर हमला करने वालों को भी 51 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी।