![For the first time Gandhi's dream of a magnificent Kashi has come true: Yogi Adityanath](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
Highlights
- 1000 साल तक बाबा विश्वनाथ का धाम विपरित परिस्थितियों में रहा।
- योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गांधी जी 100 वर्ष पहले इसी काशी की गलियों की गंदगी देखकर अप्रसन्न हुए थे।
- योगी ने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम का पुनर्निर्माण आयोध्या के मंदिर निर्माण का ही हिस्सा है।
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में 339 करोड़ रुपये के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रेदश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1000 साल तक बाबा विश्वनाथ का धाम विपरित परिस्थितियों में रहा। उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों की प्रतीक्षा पूरी हुई, ऐसा कहा जाता रहा है कि मां गंगा या तो भगीरथ की जटाओं में उलझी या फिर काशी के मणिकर्णिका घाट पर उलझी रही लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से हमको ये उपहार मिला है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "गांधी जी 100 वर्ष पहले इसी काशी की गलियों की गंदगी देखकर अप्रसन्न हुए थे, सरकारें आयी गयी, लेकिन इन काशी की गलियों का सौंदर्यीकरण अब प्रधानमंत्री द्वारा पूरा किया गया। गांधी के नाम पर बहुतों ने सत्ता प्राप्त की, लेकिन वाराणसी को स्वच्छ करने के सपने को हम सब ने साकार किया है।"
उन्होंने कहा, "काशी ने बहुत कुछ देखा है, 1000 साल बाबा का धाम विपरित हालात में रहा। इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होलकर ने यहां के लिए योगदान दिया, महाराजा रणजीत सिंह ने भी योगदान दिया लेकिन काशी अपने परिकल्पित स्वरूप में कभी नही आ पाई।" सीएम योगी ने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम का पुनर्निर्माण आयोध्या के मंदिर निर्माण का ही हिस्सा है, हम सबका सौभाग्य है कि बाबा विश्वनाथ आज नए स्वरूप में आ गए हैं।