उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले कानपुर में एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। कानपुर के फजलगंज थाना क्षेत्र के मिल इलाके में साइकिल की सीट बनाने वाली एक फैक्टरी की तीन मंजिला इमारत में शुक्रवार तड़के भीषण आग लगने से तीन मजदूरों की जलकर मौत हो गयी। पुलिस के मुताबिक, आग की चपेट में आकर दो मजदूर झुलस गए हैं, जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने ग्राउंड फ्लोर पर बिजली की मोटर में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का संभावित कारण बताया, लेकिन जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।
आठ दमकल गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत से बुझाई आग
पुलिस उपायुक्त (मध्य) रवींद्र कुमार ने घटना के बारे में विस्तार से बताया कि दीपक कटारिया के कारखाने में रहने वाले श्रमिकों और मैकेनिकों ने तड़के (शुक्रवार को) भूतल से आग की बड़ी लपटें उठते हुए देखा था। उन्होंने बताया कि पुलिस और अग्निशमन विभाग को सूचित किए जाने तक आग पूरी फैक्टरी में फैल चुकी थी। आग पर काबू पाने में आठ दमकल गाड़ियों को घंटों मेहनत करनी पड़ी। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि मृतकों की पहचान उन्नाव निवासी जयप्रकाश सिंह (50), नरेंद्र सैनी उर्फ दीनू (40) और कानपुर नगर निवासी प्रदीप गौतम उर्फ राजू (28) के रूप में हुई है।
फैक्ट्री में से 11 मजदूरों को बचाया गया
पुलिस उपायुक्त (मध्य) ने बताया कि आग में झुलसे दो अन्य मजदूरों गौरव और मनोज को लाला लाजपत राय (एलएलआर) अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। डीसीपी ने कहा, "हमने बचाव अभियान शुरू किया। 11 श्रमिकों को बचाया, जिनमें से छह झुलस गए थे। झुलसे लोगों को एलएलआर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीन मजदूरों को मृत घोषित कर दिया है।’’ उन्होंने कहा कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है और निष्कर्ष के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।