इटावा (यूपी): क्या कोई महिला इतना बड़ा झूठ बोल सकती है कि वह प्रेग्नेंट है और इसके बाद महीनों तक प्रेग्नेंसी का झूठा नाटक भी करती रहे। इतना ही नहीं, 6 महीने का गर्भपात बताकर एक अजीबोगरीब सी दिखने वाली प्लास्टिक की गुड़िया को जन्म भी दे देती है। जी हां, ऐसा हुआ है। उत्तर प्रदेश के इटावा में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है जहां एक महिला ने अपने रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों के ताने से तंग आकर गर्भवती होने का झूठा नाटक किया। महिला 'गर्भावस्था' के छठे महीने में ही पेट में दर्द की शिकायत के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गई और दावा किया कि उसने समय से पहले बच्चे को जन्म दिया है, जो एक प्लास्टिक की गुड़िया के रूप में सामने आया।
नकली पाए गए कागजात और एक्स-रे
मामला तब सामने आया जब सीएचसी के डॉक्टर ने कहा कि यह असली बच्ची नहीं बल्कि प्लास्टिक की गुड़िया है। डॉक्टर ने गर्भावस्था से संबंधित अन्य कागजात और एक्स-रे भी चेक किए जो नकली पाए गए। चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. हर्षित के अनुसार, महिला नियमित रूप से पेट के संक्रमण के इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र का दौरा करती थी, न कि गर्भावस्था से संबंधित जांच के लिए, जैसा कि उसने दावा किया।
बांझपन के ताने से छुटकारा पाने के लिए गढ़ी यह कहानी
डॉक्टर ने कहा, महिला की शादी को काफी समय हो गया था और वह गर्भवती नहीं हो पा रही थी। इसलिए बांझपन के ताने से छुटकारा पाने के लिए उसने यह कहानी गढ़ी। महिला की शादी को 18 साल से ज्यादा हो चुके हैं लेकिन वह गर्भधारण नहीं कर पा रही है और इस बात को लेकर उसके परिवार वालों ने उस पर ताना मारा।
गर्भवती होने का नाटक किया, बेटा खरीदकर बनी मां
बता दें कि इससे पहले जून में ऐसा ही एक मामला लखनऊ से सामने आया था। महिला ने निसंतान होने की वजह से चोरी का बच्चा खरीदा था। इतना ही नहीं आरोपित महिला काफी दिनों से गर्भवती होने का झूठा नाटक भी रचे थी। बच्चा चोरी के मामले में आरोपियों से की गई पूछताछ में सामने आया था कि प्रीति निसंतान थी और इसको लेकर उसको काफी ताने सुनने पड़ते थे। उसने अपने पति और भाई संग मिलकर बच्चा चोरी का प्लान बनाया। साथ ही उसने कुछ महीने तक गर्भवती होने का झूठा नाटक तक किया था।