Highlights
- डीआरआई जल्द कोर्ट में एप्लिकेशन लगाकर पीयूष जैन की कस्टडी ले सकती है
- सीनियर अधिकारी अपने साथ लैपटॉप और प्रिंटर लेकर जेल के अंदर गए थे
- पीयूष जैन अभी तक खुद को बेकसूर बताकर टैक्स भरने की बात कर रहा है
करोड़ो रुपए, विदेशी सोने के बिस्कट, करोड़ो का चंदन की लकड़ी का तेल वाले मामले में डीआरआई ने पीयूष जैन के बयान दर्ज किए हैं। सोमवार को कोर्ट की इजाजत मिलने के बाद कानपुर जेल में पीयूष जैन के बयान दर्ज किए गए हैं। विदेशी सोने के बिस्कट मिलने के बाद डीआरआई ने कस्टम एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। सोमवार को डीआरआई के सीनियर अधिकारी अपने साथ लैपटॉप और प्रिंटर लेकर जेल के अंदर गए थे और पीयूष जैन के बयान दर्ज किए थे।
सूत्रों में मुताबिक, पीयूष जैन अभी तक खुद को बेकसूर बता रहा है और टैक्स भरने की बात कर रहा है। जीएसटी और डीआरआई जल्द कोर्ट में एप्लिकेशन लगाकर पीयूष जैन की कस्टडी ले सकती है। कानपुर और कन्नौज में पीयूष जैन के ठिकानों को मिलाकर टोटल 197.47 करोड़ रुपए नकद, 11 करोड़ की कीमत के सोने के बिस्कुट और 6 करोड़ की चंदन की लकड़ी का तेल मिला था।
बता दें, इत्र कारोबारी पीयूष जैन को कानपुर में मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया था। GST इंटेलिजेंस ने पूछताछ के लिए पीयूष जैन की ट्रांजिट रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने DGGI की मांग को मानते हुए पीयूष जैन को 27 दिसंबर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। GST विजिलेंस की टीम ने जैन को कानपुर से गिरफ्तार किया था। करीब 3 बजकर 45 मिनट पर पीयूष जैन को कोर्ट लाया गया था। सवा घंटे से भी ज्यादा की सुनवाई के बाद आखिरकार कोर्ट ने पीयूष जैन को न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया था। जीएसटी की धारा 132 में पीयूष जैन को जेल भेजा गया था।
कोर्ट में पीयूष जैन को रिमांड में लेने की प्रक्रिया पर लंबी बहस चली थी। पीयूष जैन के पास से करीब 257 करोड़ की संपत्ति बरामद हुई थी। इसके अलावा करोड़ों की ज्वेलरी, और कई जगहों पर चल-अचल संपत्ति के भी दस्तावेज मिले थे। DGGI के अधिकारी ने न्यूज़ एजेंसी ANI को बताया था, 'हमारी टीम ने कन्नौज स्थित Odochem इंडस्ट्री की फैक्ट्री और रिहाइशी इलाकों को भी सर्च किया था। यहां चली खोजबीन में 17 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ था।'