Highlights
- विवाद में घिरे यूपी के जल शक्ति राज्य मंत्री
- राज्य मंत्री दिनेश खटीक के बयान पर आक्रोश
- वैश्य समाज ने मंत्री के बयान पर जताया गुस्सा
उत्तर प्रदेश के जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक अपने एक बयान को लेकर निशाने पर आ गए हैं। खटीक ने मेरठ में एक ऐसा बयान दे दिया कि वैश्य समाज उनकी जमकर आलोचना कर रहा है। इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत कुमार अग्रवाल शारदा ने भी खटीक पर पलटवार किया। विनीत कुमार ने मंत्री पर निशाना साधते हुए दावा किया कि राज्य मंत्री हिंदुओं में बंटवारे का काम कर रहे हैं।
"अकड़ से बात न कर पहलवान..."
दरअसल, दिनेश खटीक चार अक्टूबर को दीपक त्यागी हत्याकांड में मेरठ पहुंचे थे। इस दौरान वह दीपक के परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए। धरने के दौरान वह हत्याकांड खुलासे पर सवाल उठा रहे थे, तभी कोई बीच में बोल पड़ा। जिसे मंत्री ने जवाब दिया, ''अकड़ से बात न कर पहलवान, मैं विधायक बन गया हूं, लेकिन गांव का ही हूं, शहर का नहीं हूं, ना 'बनिए की औलाद' हूं।''
"बंदर के हाथ में हल्दी की गांठ..."
भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत कुमार अग्रवाल शारदा ने राज्य मंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि मंत्री हिंदुओं में बंटवारे का काम कर रहे हैं। शारदा ने कहा कि खटीक ने इस तरह का बयान देकर वैश्य समाज को अपमानित किया है। उन्होंने कहा कि मंत्री को इस मामले में वैश्य समाज के बीच जाकर माफी मांगनी चाहिए। अब यह वैश्य समाज को तय करना है कि वह मंत्री जी को माफ करता है या नहीं। उन्होंने कहा कि जो काम अंग्रेज नहीं कर सके वह काम मंत्री कर रहे हैं। शारदा ने तो यहां तक कह दिया कि बंदर के हाथ में हल्दी की एक गांठ लग जाती है, तो वह अपने आपको पंसारी समझने लगता है।
वैश्य समाज ने जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन
विनीत कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। वैश्य समाज सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक गुप्ता के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर समिति के सदस्यों ने राज्यमंत्री दिनेश खटीक के खिलाफ ज्ञापन दिया। ज्ञापन में विरोध जताते हुए अपेक्षा की गयी है कि कोई सम्मान नहीं दे सकते, तो अपमान न करें। हालांकि, इस मामले के तूल पकड़ने के बाद खटीक का कहना है कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ''वह सर्व समाज का सम्मान करते हैं, किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का सवाल ही नहीं है।'' वैश्य समाज को लेकर सोशल मीडिया में चल रहे बयान पर मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने बयान में कांट-छांट कर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है, लेकिन वह सभी समाज और वर्ग का सम्मान करते हैं और करते रहेंगे।