Highlights
- मास्टर की पिटाई ने फिर ले ली एक दलित छात्र की जान
- UP के इस गांव में भीम आर्मी और पुलिस फोर्स का जमावड़ा
- बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया
उत्तर प्रदेश के औरैया में स्कूल मास्टर ने एक दलित छात्र को इतनी बेरहमी से पीटा की 18 दिनों तक चले इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मास्टर साहब ने क्लास में टेस्ट लिया था, टेस्ट के दौरान जो OMR शीट दी थी उसे भरने में बच्चे से थोड़ी सी गलती हो गई। बस फिर क्या मास्टर साहब का गुस्सा सातवें आसमान पर और उन्होंने छात्र को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि आरोपी टीचर फिलहाल फरार है और पुलिस आरोपी शिक्षक की तलाश कर रही है। दलित छात्र की मौत के बाद गांव में माहौल खराब है। दलित छात्र की मौत के बाद गांव में भीम आर्मी के भी सदस्य पहुंच गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस फोर्स को भी गांव में तैनात कर दिया गया है। पीड़ित परिवार से मिलने कानपुर अंचल के ADG भानु भास्कर खुद पहुंचे और कहा कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया
कानपुर जोन के एडीजी भानु भास्कर ने इस पूरे मामले पर कहा, ''औरैया में 15 वर्षीय बच्चे कि शिक्षक द्वारा की गई पिटाई से मृत्यु हो गई है। चिकित्सकों ने काफी कोशिश की लेकिन बच्चे को बचा नहीं पाए। बच्चे के शव को जब उसके घर लाया जा रहा था तभी उसके स्कूल के पास कुछ लोगों ने बच्चे के शव को रखकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मांग को पूरा करने का प्रयास किया गया है। कुछ उपद्रवियों ने प्रदर्शन के दौरान गाड़ी को जला दिया। प्रदर्शन को शांत करवाने के बाद आज बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया है। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।''
DM ने की थी मुलाकात
छात्र की मौत के बाद जिले के DM प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने पीड़ित परिवार से बातचीत की और कहा कि डीएम प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया है एससी-एसटी मौत के मामले में मिलने वाले आठ लाख रुपए के मुआवजे में 6 लाख रुपए का मुआवजा खाते में डलवा दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने गांव में आवास एवं पट्टा की संस्तुति करने का भी आश्वासन दिया। DM प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि वह परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के लिए सरकार से निवेदन करेंगे।