Highlights
- फोन में 5 हजार रुपये के ट्रैफिक चालान के मैसेज आने शुरू हो गए
- चेक करने के लिए लिंक पर क्लिक करने के लिए निर्देश दिया
- पार्क प्लस का नंबर से सेव किया गया था
Beware of cyber Fraud: साइबर अपराधी स्कैम करने के लिए हर रोज नए-नए तरीके आजमा रहे हैं। वो अपने तरीके में कामयाब भी हो जा रहे हैं। पहले लॉटरी, बम्पर ऑफर और बिजली काटने की धमकी देने का तरीका को अपनाते थे अब एक नया तरीका साइबर अपराधियों ने खोज निकाला है। इस बार स्कैम तो ऐसा है कि आपको उसमें फंसने के लिए एक तुरंत रेडी हो जाते हैं।
नया तरीका अपना रहे हैं साइबर अपराधी
साइबर अपराधी अब सोसायटी में एंट्री और पार्किंग के लिए इस्तेमाल होने वाले पार्क प्लस ऐप के नाम का इस्तेमाल करके लोगों को चूना लगाने का काम कर रहे हैं। ये मामला गुरुवार के दिन नोएडा से देखने को मिला। कल लगभग लोग अपने घरों में करवा चौथ की पूजा की तैयारी कर रहे थे तभी नोएडा के सेक्टर 46 में स्थित हाईराइज सोसायटी गार्डेनिया ग्लोरी में रहने वाले लोगों के फोन में 5 हजार रुपये के ट्रैफिक चालान के मैसेज आने शुरू हो गए। आपको बता दें कि उस मैसेज में लिखा था कि पार्क प्लस ने चालान का स्टेटस चेक करने की सुविधा शुरू की है।
ओवरस्पीड के नाम पर था चालान
ओवरस्पीड के नाम पर चालान काटा गया था। जिसके चेक करने के लिए लिंक पर क्लिक करने के लिए निर्देश दिया गया था। मैसेज में लिखा गया था कि इस लिंक पर क्लिक करने आप चालान का स्टेटस पता कर सकते हैं। मैसेज को अधिकृत नंबर से दिखाने के लिए इसमें गुरग्राम स्थित पार्क प्लस के दफ्तर का पता नंबर के नीचे लिखा हुआ था। ट्रू कॉलर में भी इसको पार्क प्लस का नंबर से सेव किया गया था जिसके कारण ये पार्क प्लस का नंबर शो हो रहा था। हालांकि ये जानकारी नहीं कि इस स्कैम कितने लोग शिकार हुए लेकिन आपको अगर इस तरह मैसेज मिले तो उसे डिलीट करें।
Whatsapp पर भी कोई लिंक आए नहीं क्लिक करें
अज्ञात साइबर ठगों ने गाजियाबाद के एक व्यापारी को व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजकर उसके खाते से कथित रूप से 8.4 4 लाख रुपए निकाल लिये। पीड़ित ने नोएडा के साइबर अपराध थाने में दर्ज करवाई है। सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि गाजियाबाद के राज नगर के निवासी नरेंद्र जैन ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि कुछ दिन पहले उनके व्हाट्सएप पर एक लिंक आया था और उन्होंने उसे अनजाने में क्लिक कर दिया। यादव के अनुसार जैसे ही जैन ने लिंक को क्लिक किया उनके खाते से आठ लाख 44 हजार रुपए निकल गए। उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मामले की जांच की जा रही है। आपको बता दें कि साइबर अपराधी अलग-अलग तरीको से लोगों को शिकार बना रहे हैं।
तुरंत करें संपर्क
किसी प्रकार की धोखाधड़ी होती है तो आप तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। भारत सरकार ने एक नंबर जारी की है। जिसपर जाकर आप कॉल 155260 कर सकते हैं। इसे आरबीआई, पेमेंट बैंक और अन्य मुख्य बैंकों की हेल्प से इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ऑपरेट करता है। ये स्पेशल साइबर अपराध रोधी शिकायत नंबर है।