उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनचलों और आपराधिक प्रवर्ती के लोगों को चेतावनी देते हुए कहा, अगर जरा सी भी गड़बड़ करने की कोशिश की तो पुलिस आर प्रशासन सख्त से सख्त कार्रवाई करेगा। सीएम योगी शुक्रवार को कानपुर में प्रबुद्धजन सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने यह बात कही।
सीएम योगी ने कहा, ऐसा कोई समाज मुखालिफ एलिमेंट जो पहले एक चौराहे पर बेटी या बहन को छेड़ता है, दूसरे चौराहे पर डकैती डालने की कोशिश करता है अब नहीं कर पाएगा। उसकी तस्वीर CCTV में कैद हो जाएगी और दूसरे चौराहे पर पहुंचते-पहुंचते पुलिस उसे ढेर कर चुकी होगी।"
सीएम योगी ने कानपुर में शुरू की करोड़ों की विकास योजनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कानपुर में प्रबुद्ध जन सम्मेलन के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर कानपुर में 388 करोड़ रुपए की लागत वाली 272 डवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया। सीएम योगी ने कहा कि कानपुर कभी उत्तर भारत का मैनचेस्टर कहा जाता था, न केवल यूपी के लिए बल्कि उत्तर भारत के नौजवानों और नागरिकों के रोजगार का भी यह एक माध्यम था, लेकिन 70 और 80 के दशक में कुछ लोगों की नजरें इस महानगर पर लगीं और यह अव्यवस्था, अराजकता, बंद होते उद्योगों का शिकार हो गया।
उन्होंने कहा कि महानगर को पुरानी पहचान दिलाने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में अभियान को आगे बढ़ाया गया है, जिसमें सबसे पहले कानपुर महानगर की पहचान पूर्ण सलिला मोक्षदायिनी मां गंगा की अविरलता और निर्मलता को बनाए रखने के लिए प्रयास किए गए हैं।
'सीसामऊ नाले को बंद कर हमने उसे सेल्फी प्वांइट में तब्दील किया'
सीएम ने कहा कि नमामि गंगे का सबसे क्रिटिकल प्वॉइंट कानपुर को समझा जाता था। उन्होंने कहा कि लोग कहते थे कि कानपुर पॉल्यूशन पैदा कर रहा है, कानपुर का सारा सीवर गंगा जी में जाता है, गंगा जी कहीं भी आचमन तो दूर स्नान करने लायक भी नहीं हैं। लेकिन कानपुर में किए गए प्रयोग का रिजल्ट है कि प्रयागराज में भी गंगा अविरल और निर्मल बनी हुई है, इसके दो उदाहरण स्पष्ट हैं। पहला कानपुर के सीसामऊ नाले को पूरी तरह बंद करते हुए हमने उसे सेल्फी प्वॉइंट में तब्दील किया है। दूसरा, जाजमऊ के पास जहां एक भी जलीय जीव नहीं बचा था, आज गंगा में फिर से जलीय जीव दिखाई दे रहे हैं।