उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि राज्य ने अपनी डेटा सेंटर नीति को लागू करने के पहले साल में 20,000 करोड़ रुपये का निवेश लक्ष्य हासिल कर लिया है। उन्होंने साथ ही निवेशकों को भरोसा दिलाया कि उनका निवेश राज्य में सुरक्षित रहेगा। योगी आदित्यनाथ ने हीरानंदानी समूह की डेटा केंद्र सुविधा के शुभारंभ समारोह में कहा कि उत्तर प्रदेश डेटा सेंटर का केंद्र बनने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अडाणी, वेबवर्क्स, सिफी, एसटीटी और एनटीटी जैसी कंपनियों ने भी अपने निवेश प्रस्ताव पेश किए हैं और इन पर विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, "उत्तर प्रदेश डेटा सेंटर का केंद्र बनने जा रहा है। राज्य सरकार की डेटा सेंटर नीति ने अपने शुरू के पहले साल में 20,000 करोड़ रुपये का कुल टारगेट निवेश हासिल किया है। हमें भारतीय और वैश्विक डेटा केंद्र निवेशकों से 600 मेगावॉट से अधिक डेटा सेंटर के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।"
योट्टा इन्फ्रास्ट्रक्चर डेटा सेंटर कारोबार में 39,000 करोड़ का निवेश करेगी
डेटा सेंटर की क्षमता को उसके द्वारा खपत की जाने वाली बिजली के संदर्भ में मापा जाता है। योट्टा इन्फ्रास्ट्रक्चर उत्तर प्रदेश में अगले पांच से सात वर्षों के दौरान डेटा सेंटर कारोबार में 39,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। हीरानंदानी समूह की फर्म ने इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
दो अन्य भवनों के लिए काम शुरू कर दिया है: योट्टा इन्फ्रास्ट्रक्चर के चेयरमैन
योट्टा इन्फ्रास्ट्रक्चर के सह-संस्थापक और चेयरमैन दर्शन हीरानंदानी ने योट्टा डी1 डेटा सेंटर की शुरुआत के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों से कहा कि यह निवेश डेटा सेंटर परिसर के निर्माण, आईटी उपकरणों और अन्य हार्डवेयर को खरीदने के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा, "इस परिसर में और इसके आस-पास 39,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। पहली इमारत पहले ही बन चुकी है। हमने दो अन्य भवनों के लिए काम शुरू कर दिया है, जो 12-15 महीनों में पूरा हो जाएगा। हम प्रत्येक 18 महीने में एक भवन तैयार करेंगे।"
उक्त निवेश प्रतिबद्धता में योट्टा डी1 के लिए किया गया निवेश शामिल है। योट्टा इन्फ्रास्ट्रक्चर के सह-संस्थापक और सीईओ सुनील गुप्ता ने कहा, "प्रत्येक डेटा सेंटर पर 6,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निवेश प्रतिबद्धता छह डेटा सेंटर के लिए है। हमने पहले ही डी2 और डी3 के लिए काम शुरू कर दिया है, जो 12-15 महीनों में तैयार हो जाएगा।" कंपनी ने ग्रेटर नोएडा स्थित अपने डेटा सेंटर पार्क में लगभग 1,500 करोड़ रुपये के निवेश के साथ योट्टा डी1 की स्थापना की है। इसके अलावा अगले दो डेटा सेंटर भवनों-योट्टा डी2 और डी3 का शिलान्यास किया गया है। कंपनी योट्टा डी1 में आईटी उपकरणों के लिए 5,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी।