नयी दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर पहले चरण की वोटिंग में अब मुश्किल से दो हफ्ते का वक्त बचा है। चुनाव प्रचार का रंग अब अपने पूरे शबाब पर आने लगा है। राजनीतिक दलों ने अधिकांश सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर दी है। इस बीच दल बदलने का सिलसिला भी तेज हुआ। वहीं सभी दलों में रूठने और मनाने का दौर भी जारी है।
अगर पिछले तीन विधानसभा चुनाव परिणामों पर गौर करें तो वर्ष 2007 में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में बीएसपी आई थी लेकिन 2012 में जनता ने बीएसपी को बाहर का रास्ता दिखा दिया और प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ समाजवादी पार्टी की सरकार बनी। वहीं वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की लहर में अखिलेश सत्ता से बाहर हो गए और योगी आदित्यनाथ के तौर पर प्रदेश को मुख्यमंत्री का नया चेहरा मिला। अब 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सियासी दल कमर कस चुके हैं और अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं।
सियासी दावों के बीच जनता के मन में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल है कि क्या योगी की सत्ता में वापसी होगी? क्या योगी मोदी की जोड़ी उत्तर प्रदेश के 37 साल पुराने इतिहास को दोहरा पाएगी? क्योंकि पिछले 37 साल में किसी सत्ताधारी दल को चुनाव में निर्णायक सफलता नहीं मिल पाई है। क्या अखिलेश को फिर सीएम का ताज मिलेगा?
इस तरह के अनेक सवालों का जवाब आप इंडिया टीवी के कार्यक्रम चुनाव मंच में पा सकते हैं। सियासत की बड़ी हस्तियां इस कार्यक्रम में शरीक होंगी। इस कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के अलावा ओमप्रकाश राजभर, स्वामी प्रसाद मौर्य, स्वतंत्र देव सिंह, मोहसीन रजा, राकेश टिकैत, ब्रजेश पाठक, अपर्णा यादव, सुब्रत पाठक, अभिषेक मिश्रा, गौरव भाटिया, मनोज पांडे, इमरान प्रतापगढ़ी शामिल होंगे। 29 जनवरी शनिवार सुबह 11 बजे से इंडिया टीवी पर दिन भर चुनाव मंच कार्यक्रम का प्रसारण होगा।