Highlights
- आज जालौन में पीएम मोदी ने किया है बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन
- उत्तर प्रदेश के 7 जिलों से होकर गुजरेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
- इस एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 296 किलोमीटर है
Bundelkhand Expressway: उत्तर प्रदेश में कोई नए कार्य का उद्घाटन हो और अखिलेश यादव का उस पर बयान न आए यह असम्भव है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो भी उद्घाटन किये, उन पर भी अखिलेश यादव हमलावर रहे थे। उन्होंने उन तमाम योजनाओं और कामों को उनकी सपा सर्कार के काम बताया था। अब आज शनिवार को जालौन में पीएम मोदी के द्वारा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के बाद भी अखिलेश यादव ने हमला बोला है।
बीजेपी की 'काम चलताऊ' संस्कृति - अखिलेश यादव
उद्घाटन कार्यक्रम के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार आधे-अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन में हड़बड़ी दिखाने और ‘‘चलताऊ’’ संस्कृति का समर्थन कर रही है। सपा प्रमुख ने ट्वीट किया, ‘‘आधे-अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन की हड़बड़ी बताती है कि इसका डिजाइन भी ऐसे ही चलताऊ बना है।’’ अखिलेश ने कहा, ‘‘तभी डिफेंस कॉरिडोर के पास होने के बाद भी यहां बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार, सपा के शासन में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसी हवाई पट्टी नहीं बना पाई। इसे चित्रकूट तक विकसित नहीं करना दूरदर्शिता की कमी है।’’
इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में अखिलेश यादव ने कहा, रेवड़ी बाँटकर थैंक्यू का अभियान चलवाने वाले सत्ताधारी अगर युवाओं को रोज़गार दें तो वो ‘दोषारोपण संस्कृति’ से बच सकते हैं। रेवड़ी शब्द असंसदीय तो नहीं?
पीएम मोदी ने किया बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन
गौरतलब है कि आज शनिवार 17 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। इस एक्सप्रेसवे का काम 28 महीने के भीतर पूरा कर लिया गया है। इस चार लेन वाले एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) के तत्वावधान में लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और आगे चलकर इसे छह लेन तक भी विस्तारित किया जा सकता है। यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास गोंडा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-35 से लेकर इटावा जिले के कुदरैल गांव तक गया हुआ है, जहां यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है। यह एक्सप्रेसवे सात जिलों यानी चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरता है।