Highlights
- ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पहले उसका ऐलान भी कराया गया था: नगर निगम
- दुकानों पर सपा के झंडे, बैनर, पोस्टर और प्रचार सामग्री इत्यादि बेची जाती थी।
- दुकानों को हटाने के लिए 6 महीने पहले से नोटिस भेजे जा रहे थे: नगर निगम
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल से ही अवैध सम्पत्तियों पर बुलडोजर चलता रहा है। कभी इसके निशाने पर बदमाशों के अवैध बंगले आते हैं तो कभी माफियाओं के अवैध कब्जे। इस बार योगी सरकार के बुलडोजर के निशाने पर कुछ ‘अवैध’ दुकानें आई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूबे की राजधानी लखनऊ में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के हेडक्वॉर्टर के सामने स्थित कुछ अस्थायी ‘अवैध’ दुकानों को नगर निगम के दल ने बुधवार को बुलडोजर चलाकर ढहा दिया।
‘6 महीने पहले से भेजे जा रहे थे नोटिस’
नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विक्रमादित्य मार्ग पर समाजवादी पार्टी के दफ्तर के सामने बनीं अस्थायी दुकानें अवैध रूप से स्थापित की गई थीं जिन्हें हटाने के लिए 6 महीने पहले से नोटिस भेजे जा रहे थे। अधिकारी ने कहा कि नोटिस के बाद भी दुकानों को नहीं हटाए जाने पर बुधवार को ‘नियमित कार्रवाई’ के दौरान उन्हें बुलडोजर चलाकर ढहा दिया गया। उन्होंने बताया कि दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने के लिए समय दिया गया था और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पहले उसका ऐलान भी कराया गया था।
'हम पैसे जमा करने को तैयार थे, लेकिन आज यह कार्रवाई कर दी गई'
अधिकारी के मुताबिक, वे दुकानें रेलवे के अधिकारियों के बंगलों के ठीक सामने बनाई गई थीं जिनकी वजह से अक्सर वहां ट्रैफिक जाम के हालात पैदा हो जाते थे। बता दें कि ढहायी गई दुकानों पर समाजवादी पार्टी के झंडे, बैनर, पोस्टर और प्रचार सामग्री इत्यादि बेची जाती थी और ये दुकानें वर्ष 2001 से यहां चल रही थीं। ढहायी गयी एक दुकान का मलबा हटाने में मदद कर रहे युवक मनोज ने बताया कि दुकान मालिक को पैसे जमा करने के लिये नगर निगम की तरफ से नोटिस भेजे जा रहे थे। उसने कहा, 'हम पैसे जमा करने को तैयार थे, लेकिन आज यह कार्रवाई कर दी गयी।' नगर निगम की इस कार्रवाई के विरोध में सिर मुंडवाने वाली एक दुकानदार आयुषी श्रीवास्तव ने इस कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण बताते हुए कहा कि आखिर सड़क के दूसरी तरफ की दुकानों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गयी।
बीजेपी नेता के अवैध निर्माण पर भी चला था बुलडोजर
बता दें कि बुलडोजर की चपेट में बीजेपी के नेताओं के भी अवैध निर्माण आए हैं। कुछ दिनों पहले वाराणसी की जिला इकाई के उपाध्यक्ष अखंड सिंह द्वारा एक आवासीय सोसायटी में किए गए अवैध निर्माण को जिला प्रशासन ने गुरुवार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया।