Highlights
- बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर ट्वीट के जरिए निशाना साधा है।
- अखिलेश ने आजमगढ़ का दौरा किया था और जेल में बंद रमाकांत यादव से मुलाकात की थी।
- मायावती ने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि यह आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बुधवार को निशाना साधा है। अखिलेश यादव की आजमगढ़ जेल में बंद विधायक रमाकांत यादव से मुलाकात के बाद मायावती ने निशाना साधते हुए कहा कि सपा आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है। बता दें कि 2019 का लोकसभा चुनाव सपा और बसपा ने गठबंधन कर लड़ा था, लेकिन चुनाव के बाद दोनों पार्टियों के रास्ते अलग हो गए और तभी से दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर निशाना साधते रहते हैं।
मायावती ने कहा, सपा आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है
बीएसपी सुप्रीमो ने ट्वीट कर कहा कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख द्वारा आजमगढ़ जेल जाकर वहां कैद पार्टी के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मिलकर उनसे सहानुभूति व्यक्त करने पर हर तरफ से तीखी प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक है, जो इस आम धारणा को भी प्रबल करता है कि सपा इन्हीं प्रकार के आपराधिक तत्वों की संरक्षक पार्टी है। उन्होंने आगे कहा कि विभिन्न संगठनों व आम लोगों द्वारा भी सपा प्रमुख से यह सवाल पूछना क्या अनुचित है कि वे मुस्लिम नेताओं से मिलने जेल क्यों नहीं जाते हैं, जबकि उनका ही आरोप है कि यूपी बीजेपी सरकार में सपा नेताओं को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में कैद रखा जा रहा है।
चुनावों में हार के बाद पहली बार आजमगढ़ पहुंचे थे अखिलेश
बता दें कि कि हाल ही में हुए लोकसभा उपचुनाव में आजमगढ़ सीट पर अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को करारी हार मिली थी। इन चुनावों में हार के बाद पहली बार सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव आजमगढ़ पहुंचे थे। अखिलेश यादव ने इटौरा जेल में बंद बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मुलाकात की थी। इतना ही नहीं जेल से निकलने के बाद अखिलेश यादव ने सूबे की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना भी साधा था। अखिलेश ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार विपक्षियों को परेशान करने का काम कर रही है और फर्जी मुकदमों में नेताओं को जेल भेजा जा रहा है।
‘बीजेपी पता नहीं क्यों 2024 की अभी से तैयारी कर रही है’
फूलपुर पवई क्षेत्र से सपा विधायक रमाकांत यादव 1998 में बलवा और चक्का जाम के एक मामले में बीती जुलाई में जेल भेजे गये थे। अखिलेश ने रमाकांत के मामले में कहा, 'लगातार उनके खिलाफ झूठे मुकदमे सरकार के इशारे पर दर्ज किये जा रहे हैं और सरकार चाहती है कि वह जेल से नहीं निकल पायें।' उन्होंने इस प्रकरण को भाजपा की वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़ते हुए कहा, 'देश में जो दिखाई दे रहा है, पता नहीं बीजेपी क्यों 2024 की अभी से तैयारी कर रही है। विपक्ष के लोगों पर झूठे मुकदमे लगाना, उनके ऊपर प्रशासन से गलत कार्रवाई कराना, यह 2024 की तैयारी कर रहे हैं ।'