Highlights
- लखीमपुर खीरी जिले की गोला विधानसभा सीट से विधायक
- पांचवीं बार गोला विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे अरविंद गिरी
- लखनऊ जाते समय रास्ते में अचानक तबीयत बिगड़ी
BJP MLA Arvind Giri : भारतीय जनता पार्टी के विधायक अरविंद गिरी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वे आज सुबह लखीमपुर खीरी जिले के गोला से लखनऊ के लिए निकले थे। उन्हें लखनऊ में एक मीटिंग में हिस्सा लेना था। इसी बीच रास्ते में चलती गाड़ी में उन्हें हार्ट अटैक आया। अरविंद गिरी को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वे लखीमपुर खीरी जिले की गोला विधानसभा सीट से विधायक थे। वे पांचवीं बार इस सीट से चुनाव जीते थे।
सीएम योगी ने शोक जताया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अरविंद गिरी की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया-लखीमपुर खीरी जनपद की गोला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अरविन्द गिरि जी का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।'
गोला गोकर्णनाथ के तीरथ इलाके में रहते थे अरविंद गिरी
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि गोला गोकर्णनाथ के तीरथ इलाके के रहने वाले गिरि (65) के परिवार में उनकी पत्नी सुधा गिरि, दो बेटे और दो बेटी हैं । पार्टी नेताओं के अनुसार, गिरि अपनी कार से लखनऊ जा रहे थे और उन्हें बेचैनी महसूस हुई और उन्हें सिधौली के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई। भाजपा के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने पार्टी के विधायक गिरि के आकस्मिक निधन की पुष्टि की और शोक व्यक्त किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और मंत्रियों ने विधायक के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया।
1995 में सक्रिय राजनीति में रखा कदम
गिरि ने सोमवार को कई कार्यक्रमों में भाग लिया था और गोला गोकर्णनाथ मंदिर के सर्वेक्षण की निगरानी के लिए भी गए थे। गोला इंटर कॉलेज में एक शारीरिक प्रशिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले अरविंद गिरि ने 1995 में सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया, जब उन्हें गोला नगरपालिका के अध्यक्ष के रूप में चुना गया। 1996 में, उन्होंने समाजवादी पार्टी से हैदराबाद विधानसभा (अब गोला) सीट से चुनाव लड़ा और निर्वाचित हुए। उन्होंने 1996, 2002 और 2007 में सपा विधायक के रूप में विधानसभा में सीट का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 2017 में पार्टी बदल ली और अपने गोला निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की। गिरि ने हाल ही में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी गोला सीट बरकरार रखी।
इनपुट-भाषा