बलरामपुर (उत्तर प्रदेश): यूपी के बलरामपुर जिले के उतरौला थाना क्षेत्र के एक गांव में एक महिला और उसके दो नाबालिग बच्चे रहस्यमय परिस्थिति में अपने घर में मृत मिले हैं। वहीं मृतका के पति को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी महेंद्र कुमार सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जायजा लिया।
जानिए क्या है पूरा मामला
मामला आर्थिक तंगी से जोड़कर देखा जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि परिवार तंत्र-मंत्र क्रिया में भी शामिल रहता था जिससे वो लोग परेशान रहते थे। आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। मध्य प्रदेश के भिंड जिले के निवासी 40 वर्षीय मनटोले, अपनी पत्नी रेखा (38) और बच्चों लक्ष्मी (11) तथा कान्हा (आठ) के साथ यहां लालगंज गांव में अपने किराए के मकान में बेहोशी की हालत में मिले। सभी को तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मां और दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया जबकि पति का उपचार चल रहा है।’’
एसपी ने कहा कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने पर ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। इस बीच पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
पानी पूरी बेचने का काम करता था
पत्नी और दो बच्चों के साथ उतरौला क्षेत्र में रहने वाला मनटोले पानी पूरी बेचता था। वह रोजी रोटी के लिए विधायक आवास के सामने पानी पूरी का ठेला लगाता था। वह आसपास के लोगों से ज्यादा मेलजोल भी नहीं रखता था और अपने काम से काम रखता था। दोपहर में ठेला लेकर विधायक आवास पहुंचता था और शाम को वापस घर चला जाता था।
दरवाजा काटकर अंदर गई पुलिस
पुलिस को आज सूचना मिली कि उसके घर का दरवाजा सुबह से ही नहीं खुला है, जिसके बाद डायल 112 की टीम ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा खोलने का प्रयास किया लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इस दौरान पुलिस ने अधिकारियों को सूचना देकर लोहे के दरवाजे को किसी तरह काटा और घर में दाखिल हुए तो चारों को बेहोशी की हालत में पाया। इसे मामले में पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
घटना से हैरान आसपास के लोग
एक साथ परिवार के तीन सदस्यों की मौत से आसपास के लोग हैरान हैं। तीनों की मौत कैसे हुई यह चर्चा का विषय बना हुआ है। पूरा परिवार खुश था। उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, वे सिर्फ अपने काम से काम रखते थे। लक्ष्मी पांचवीं की छात्रा थी और कान्हा चौथी में पढ़ रहा था।