Highlights
- रामपुर में पत्रकारों से मुखातिब हुए आजम खान
- रेगुलर बेल पर आजम खान के वकील ने कहा ये
- सपा विधानमंडल दल की बैठक होगी आज
Azam Khan News: समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता और रामपुर विधायक आजम खान 27 महीने बाद जेल से बाहर आ चुके हैं। जेल से बाहर आने के बाद रामपुर में वे पत्रकारों से मुखातिब हुए। इस दौरान आजम खान ने कहा कि उनके रामपुर को उजाड़ दिया गया है। आजम खान ने बहुत सधे हुए अंजाद में पत्रकारों के सामने अपनी बात रखी। वहीं, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आजम खान का अगला कदम जरूर अहम होगा। हालांकि, इससे पहले रेगुलर बेल उनके लिए एक चुनौती जरूर है।
सपा विधायक आजम खान के वकील जुबैर अहमद खान का कहना है कि रेगुलर बेल के लिए दो हफ्ते का वक्त है। उन्होंने बताया कि हम बेल एप्लीकेशन दाखिल करने के लिए दस्तावेज तैयार कर रहे हैं और जल्द ही इसे दाखिल करेंगे। वहीं, आजम खान आज एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हो सकते हैं. कोर्ट में जन्म प्रमाणपत्र केस में सुनवाई होनी है।
वहीं, लखनऊ में आज शनिवार को सपा विधानमंडल दल की बैठक है। अखिलेश यादव ने इस बैठक में अपने सभी एमएलए-एमएलसी को बुलाया है। इस बैठक में बजट सत्र में सपा की रणनीति पर मंथन होना है। हालांकि, सवाल ये है कि क्या आजम खान इस बैठक में शामिल होंगे? सभी की निगाहें आजम के बैठक में शामिल होने या नहीं होने पर है।
बता दें कि सूबे में विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है। 23 मई से उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र शुरू होकर 31 मई तक चलेगा। विधायक होने के नाते आजम खान को बजट सत्र में हिस्सा लेने के लिए पहले विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर विधायक पद की शपथ लेनी होगी, क्योंकि कोर्ट ने मार्च में सीतापुर जेल में रहते हुए आजम खान को विधानसभा में शपथ लेने की इजाजत नहीं थी। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आजम खान जेल से बाहर आए हैं, तो ऐसी उम्मीद है कि विधायक पद की शपथ और बजट सत्र में हिस्सा लेने के लिए पहुंच सकते हैं।
आजम खान से जब पत्रकारों ने पूछा कि आपने अखिलेश यादव के भेजे प्रतिनिधिमंडल से सीतापुर जेल में मुलाकात क्यों नहीं की? इस पर उन्होंने कहा कि मेरी तबीयत खराब थी, मुझसे मिलने वालों और ना मिलने वालों दोनों को शुक्रिया, मैं किसी को गुनहगार नहीं मानता। वहीं, जेल के बाहर आजम को लेने शिवपाल यादव पहुंचे थे, इस सवाल पर आजम खान ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि अगर आजम बगावती तेवर अपनाते हैं, तो अखिलेश यादव की मुश्किलों में इजाफा हो सकता है।