आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को दो सप्ताह की अवधि के भीतर संबंधित अदालत के समक्ष नियमित जमानत के लिए आवेदन करने की स्वतंत्रता दी। SC का कहना है कि सक्षम अदालत द्वारा नियमित जमानत का फैसला होने तक अंतरिम जमानत जारी रहेगी। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान कई समय से जेल में बंद हैं। इन्होंने जेल में रहकर चुनाव लड़ा था और जीत गए थे। वे 10वीं बार विधायक बने। रामपुर से उन्होंने चुनाव जीता था।
आजम खान समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता रहे हैं। वे कभी मुलायम सिंह यादव के कभी खासमखास हुआ करते थे। जब मुलायम सिहं यूपी की सत्ता के सरताज थे, तब आजम खान की तूती बोलती थी। हालांकि उनकी अदावत उन्हीं की पार्टी के दिग्गज अमर सिंह से हमेशा बनी रही। एक म्यान में दो तलवार नहीं रह सकती, लिहाजा आजम खान के पार्टी में रसूख के चलते अमर सिंह को पार्टी से बाहर निकलना पड़ा। अखिलेश की सरकार में भ्ज्ञी आजम खान ताकतवर थे। लेकिन बीजेपी के उत्तर प्रदेश में सत्ता संभालने के बाद उनके सितारे गर्दिश में आ गए। वे दो सालों से जेल में बंद हैं और जमानत के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन पर वक्फ बोर्ड की संपत्ति को गलत तरीके से कब्जाने का आरोप है।
गौरतलब है कि यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। आजम खान की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई थी। आजम खान के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में जमानत के लिए मजबूत दलीलें पेश कीं तो यूपी सरकार के अधिवक्ता ने भी आजम की जमानत का विरोध करते हुए अपना पक्ष रखा था। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।
आजम ने 10वीं बार जीता था विधानसभा चुनाव
1985 में लोक दल के टिकट पर विधायक बने। 1989 में जनता दल के टिकट पर निर्वाचित हुए और पहली बार यूपी सरकार में मंत्री बने। इसके बाद 1991, 1993, 2002, 2007, 2012 और 2017 में भी आजम खान ने विधानसभा चुनाव में जीते। 1996 में उन्हें हार का स्वाद भी चखना पड़ा कांग्रेस के अफरोज अली खान ने आजम खान को हराया। 2022 में 10वीं बार आजम खान विधायक बने।