Highlights
- मुसलमानों को बर्बाद करने की बातें करने वालों को गिरफ्तार नहीं किया जाता- ओवैसी
- 57 की जंग में हमारे बुजुर्गों ने खून से सरजमीं को लाल किया था- असदुद्दीन ओवैसी
- हमने सावरकर की तरह आज़ादी की भीख नहीं मांगी- असदुद्दीन ओवैसी
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। यूपी के रण में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी भी नज़र आ रहे हैं। असदुद्दीन ओवैसी का एक भाषण चर्चा में हैं। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'उत्तराखंड के हरिद्वार में जो धर्मसंसद के नाम पर मुसलमानों के खिलाफ बातें की गईं, उस पर आप अपनी खामोशी कब तोड़ेंगे? उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार है।'
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'तुम निज़ाम की बात करते हो, उत्तराखंड में तो आपकी सरकार है और आप ही निज़ाम हो। आपके निज़ाम के तहत उत्तराखंड में धर्मसंसद होता है। पूरी बीजेपी की सरपरस्ती में उत्तराखंड में धर्मसंसद होता है। योगी की भरपूर हिमायत से धर्मसंसद में इस बात का ऐलान किया जाता है कि जिस तरह म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमों को मुल्क से निकाल दिया गया। उसी तरह भारत के मुसलमानों का हाल करने की बातें की जाती हैं। कहा जाता है कि 20 लाख मुसलमानों का कत्ल कर दिया जाए।'
ओवैसी ने आगे कहा, 'आपको ये जानकर हैरानी भी नहीं होगी। मुसलमानों को बर्बाद करने की बातें करने वालों में एक को भी गिरफ्तार नहीं किया जाता। जो ज़हर उगल रहे थे वो उल्टा पुलिस के पास जाकर एफआईआर दर्ज करते हैं। वहां वो लोग मुस्कुराकर बात कर रहे थे। ये वो भारत नहीं है जिसे हमारे बुजुर्गों ने स्वीकार किया था। ये जो मौजूदा भारत है, ये वो भारत नहीं है जिसे 57 की जंग में हमारी बुजुर्गों ने खून से सरजमीं को लाल किया था। अगर हमने इस मुल्क को आजाद किया तो आज हमारे ही वतन में हमें धमकियां दी जाती हैं।'
उन्होंने कहा, 'हमने काला पानी की सजा काटी, आजादी के लिए संघर्ष किया। हमने सावरकर की तरह आज़ादी की भीख नहीं मांगी तो आज हमारे ही वतन में हमें धमकियां दी जाती हैं कि तुम्हारा कत्लेआम किया जाएगा, रोहिंग्या मुसलमानों की तरह तुम्हारा हाल कर दिया जाएगा। कौन से संविधान की मोहब्बत में तुम काम कर रहे हो कि एक को भी गिरफ्तार नहीं करते। बताओ नरेंद्र मोदी, अमित शाह आज तुम्हारे राज में मुसलमानों को धमकियां दी जा रही हैं। जेल में डालकर तुम हक की आवाज़ को दबा नहीं सकोगे। हमें भारत को बचाना है। इस भारत का कोई मज़हब नहीं है। ये भारत किसी का नहीं है, ये भारत सबका है।'