Highlights
- अखिलेश यादव का परिवार कोरोना की चपेट में आया
- पत्नी डिंपल यादव और बेटी हुईं कोरोना संक्रमित
- ओमिक्रॉन जांच के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई हैं। इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्व सांसद डिंपल यादव की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, अखिलेश यादव की बेटी टीना यादव भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई हैं। हालांकि दोनों की तबीयत अभी ठीक है और वे घर पर ही आइसोलेशन में हैं। डिंपल यादव और उनकी बेटी के संक्रमित पाए जाने के बाद ओमिक्रॉन की जांच के लिए दोनों के सैंपल्स को अब जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और पूर्व सांसद डिंपल यादव ने ट्वीट कर कहा कि 'मैंने कोविड टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव है। मैं पूरी तरह से वैक्सिनेटेड हूं और कोई भी लक्षण अभी दिखाई नहीं दे रहे है। अपनी और दूसरों की सुरक्षा की दृष्टि से मैंने खुद को अलग कर लिया है। हाल फिलहाल मुझसे मिलने वाले सभी लोगों से अनुरोध है कि वे अपना टेस्ट जल्द कराएं।' गौरतलब है कि, अखिलेश यादव ने अभी तक वैक्सीन नहीं ली है। अखिलेश यादव की कोविड- आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई, सैफई पीजीआई विश्वविद्यालय ने निगेटिव रिपोर्ट जारी की। बुधवार शाम को अखिलेश यादव का कोविड टेस्ट हुआ था।
डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन ने बताया कि दोनों में ही रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जा रही है, स्वास्थ विभाग की टीम इन लोगों के संपर्क में आए बाकी लोगों की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि दोनों ही लोगों में लक्षण नहीं है, दोनों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के 2 संक्रमित मरीज पाए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 23 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या भी बढ़कर 211 हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड के झांसी, महोबा, चित्रकूट आदि जिलों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए सरकारी अस्पतालों में बेडों की संख्या 100 से 200 करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरंतर प्रभावी बनाए रखा जाए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराया जाए।
18 साल से अधिक उम्र वाले 84 फीसदी लोगों को लग चुका है टीका
यूपी में 18 साल से अधिक उम्र की करीब 84 फीसदी आबादी को कोरोना के टीके की कम से कम एक खुराक दे दी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि 18 करोड़ 88 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण और 9 करोड़ 12 लाख से अधिक टेस्टिंग करके यूपी टेस्टिंग और टीकाकरण देश में पहले स्थान पर है। यहां 6 करोड़ 56 लाख 60 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है जबकि 12 करोड़ 31 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी में से 83.55 फीसदी को पहली और 44.54 फीसदी लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है।