Highlights
- भारत में हुई 5G इंटरनेट सेवा की शुरुआत
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन
- अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बेहद तेज इंटरनेट सुविधा देने वाली 5G सेवा की शुरुआत कर दी है। भारत में 5G सर्विस लॉन्च के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसा है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के राज में जनता को 5जी सेवा पहले से ही मिल रही है।
अखिलेश ने ट्वीट में समझाए 5जी
BJP पर तंज कसते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के राज में जनता को 5जी सेवा पहले से ही मिल रही है। अखिलेश यादव ने '5जी' का मतलब गरीबी, घोटाला, घपला, घालमेल और गोरखधंधा बताया। सपा प्रमुख ने ट्वीट कर कहा, ''भाजपा राज में जनता को 5जी पहले से ही मिल रहा है: जी= गरीबी, जी= घोटाला, जी= घपला, जी= घालमेल, जी= गोरखधंधा।'' प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को नयी दिल्ली में आयोजित 'इंडियन मोबाइल कांग्रेस' 2022 (आईएमसी) में देश के कुछ चुनिंदा शहरों में 5जी इंटरनेट सेवाओं का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने 5जी का उद्घाटन किया
पीएम नरेंद्र मोदी ने 5जी का उद्घाटन करते हुए कहा कि अगले दो साल में इस सेवा का विस्तार पूरे देश में किए जाने की योजना है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "5जी एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है और इससे बेशुमार अवसर पैदा होने की संभावना है।" उन्होंने कहा कि देश दूरसंचार की 2जी, 3जी एवं 4जी प्रौद्योगिकी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था लेकिन 5जी सेवा के मामले में देश ने इतिहास रच दिया है।
"दुनियाभर से सबसे सस्ता भारत में डेटा"
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि उनकी सरकार का 'डिजिटल इंडिया' का संकल्प चार स्तंभों- डिवाइस की लागत, डिजिटल कनेक्टिविटी, डेटा लागत और डिजिटल-फर्स्ट दृष्टिकोण पर आधारित था। उन्होंने कहा कि इस नजरिये की ही वजह से आज देश में मोबाइल फोन बनाने वाले संयंत्रों की संख्या 200 से अधिक हो चुकी है जबकि साल 2014 में सिर्फ दो संयंत्र थे। उन्होंने भारत में डेटा शुल्क को दुनियाभर में सबसे कम बताते हुए कहा कि साल 2014 में एक जीबी डेटा के लिए 300 रुपये खर्च करने पड़ते थे लेकिन अब उसी डेटा का शुल्क 10 रुपये तक आ चुका है।
पीएम ने कहा कि एक व्यक्ति औसतन 14 जीबी डेटा की मासिक खपत करता है जिस पर उसकी लागत 125-150 रुपये तक आती है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब करोड़ों रुपये मूल्य के मोबाइल फोन का निर्यात भी कर रहा है जबकि पहले उसे आयात करना पड़ता था। इसके साथ ही उन्होंने डिजिटल भुगतान में आई तेजी का भी उल्लेख किया