Highlights
- नवरतन से अखिलेश यादव ने की मुलाकात
- सिर्फ 10 साल का है मुलायम सिंह का समर्थक
- अखिलेश ने गाड़ी भेजकर बच्चे को सैफई बुलाया
समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से हर कोई दुखी है। राजनीति की गलियों में नेताजी के ना होने का गम साफ महसूस किया जा रहा है। लेकिन तमाम नेताओं और उनके समर्थकों के बीच एक ऐसा भी समर्थक सामने आया जो सिर्फ 10 साल का है और नेता जी की मौत की खबर सुनते ही पांच सौ किलोमीटर दूर महराजगंज के नौतनवा से पैदल ही सैफई के लिए निकल पड़ा था। मुलायम सिंह के इस नन्हे समर्थक नवरत्न की मुराद अखिलेश यादव ने पूरी कर दी।
"पहले पढ़ो-लिखो फिर अच्छा नेता बनना"
अखिलेश यादव को जैसे ही इस बच्चे के बारे में पता तो उन्होंने फौरन गाड़ी भेजकर नवरतन को सैफई बुलवाया। उससे काफी देर तक बातचीत की और कोठी में ही खाना खिलाया। अखिलेश ने इस दौरान नवरत्न की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का वादा भी किया। उन्होंने नवरतन से कहा कि पहले पढ़ो लिखो फिर अच्छा नेता बनना।
अंतिम दर्शन के लिए घर से अकेला ही निकल पड़ा
महाराजगंज जनपद के नौतनवा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मलहनी फुलवरिया का रहने वाला 10 साल का बालक नवरतन यादव 12 अक्टूबर को बिना किसी को बताए घर से सैफई के लिए निकल पड़ा था। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी ने उसे अकेला देखकर पूछताछ की थी। इसपर उसने मुलायम सिंह यादव के निधन से दुखी होने और नेताजी के अंतिम दर्शन करने सैफई जाने की जानकारी दी थी। उसने खुद को मुलायम सिंह यादव सच्चा समर्थक बताया था।
अखिलेश ने गाड़ी भेजकर सैफई बुलाया
इस घटना की खबरें इंटरनेट पर वायरल हुईं तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी संज्ञान लिया था। इसपर उन्होंने शुक्रवार को गोरखपुर के सपा जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन व पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह को उसे सैफई लाने के लिए कहा था। इसी कड़ी में शनिवार को महाराजगंज के नौतनवा के पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह अपनी गाड़ी से नवरतन यादव को लेकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से इटावा सैफई पहुंचे। यहां पर अखिलेश यादव ने नवरतन से मुलाकात की।
श्रद्धांजलि देते वक्त भावुक हुआ बच्चा
अखिलेश ने बच्चे को गोद में बैठा लिया और उससे पूछा कि आप पढ़ाई करना चाहते हैं या फिर राजनीति? बच्चे ने जवाब दिया कि साहब हम पढ़ाई करना चाहते हैं। जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आप पढ़ाई करिए उसका सारा खर्च हम उठाएंगे। बच्चे ने नेताजी की फोटो पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान वह भावुक हो गया। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहकर बच्चे को खाना खिलवाया और फिर उसे पूर्व विधायक के साथ वापस घर के लिए भेज दिया।