Highlights
- मुलायम की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे हैं प्रतीक
- प्रतीक ने हमेशा ही राजनीति से दूरी बनाए रखी
- उनकी पत्नी अपर्णा यादव बीजेपी में शामिल हो गई थी
Prateek Yadav: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के सौतेले भाई प्रतीक यादव ने बुधवार को कहा कि अखिलेश सपा के संस्थापक एवं अपने पिता मुलायम सिंह यादव की विरासत को आगे ले जा रहे हैं। प्रतीक प्रयागराज के संगम में मुलायम सिंह यादव के अस्थि विसर्जन के लिए अखिलेश यादव और मुलायम सिंह के भाई शिवपाल यादव के साथ यहां आए थे। दो दिन पहले हरिद्वार में अस्थि विसर्जन किया गया था। उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। वह 82 वर्ष के थे।
संगम तट पर प्रतीक यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज पूरा देश मेरे पिता मुलायम सिंह यादव को याद कर रहा है। नेता जी की सियासी विरासत बहुत बड़ी है जिसे अखिलेश भैया आगे बढ़ा रहे हैं। नेता जी ने पिता के तौर पर बहुत कुछ सिखाया है..बहुत कुछ दिया है। उनकी शिक्षा हमेशा हमारे साथ रहेगी।’’ अखिलेश और शिवपाल के बीच रिश्ते सुधरने के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार किया।
मुलायम की दूसरी पत्नी के बेटे हैं प्रतीक
प्रतीक यादव, मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे हैं। वह कारोबार के क्षेत्र में हैं और उन्होंने हमेशा ही राजनीति से दूरी बनाए रखी। उनकी पत्नी अपर्णा यादव इस साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई थीं। दुख की इस घड़ी में यादव परिवार में कोई भी फिलहाल राजनीति की बात नहीं कर रहा है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या यादव परिवार एक साथ आएगा या फिर इनमें से कुछ के रास्ते अलग ही रहेंगे।
एक-दूसरे के साथ खड़े नजर आए शिवपाल-अखिलेश
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष योगेश यादव ने बताया कि अखिलेश यादव, उनके बेटे अर्जुन एवं बेटी अदिति, चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव, राम गोपाल के बेटे और फिरोजाबाद से सांसद अक्षय प्रताप और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप (तेजू) आज संगम में अस्थि विसर्जन अनुष्ठान में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में हुए अस्थि विसर्जन में अखिलेश यादव के परिवार से कोई भी महिला नहीं आई थी।
दो दिन पहले अखिलेश यादव ने हरिद्वार में मुलायम सिंह यादव की अस्थियां विसर्जित की थीं और उस समय उनकी पत्नी डिंपल यादव भी उनके साथ मौजूद थीं। उतार-चढाव भरे आपसी राजनीतिक संबंध के बावजूद अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव मुलायम सिंह के निधन के बाद से साथ मिलकर सभी संस्कार कर रहे हैं।