Highlights
- मुख्तार अंसारी की पत्नी और बेटे को ढूंढ रही पुलिस
- गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई जगहों पर दबिश दी
- अब्बास अंसारी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी
Abbas Ansari: उत्तर प्रदेश की पुलिस माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की तलाश में जुटी हुई है। अब्बास अंसारी को ढूंडने के लिए यूपी पुलिस ने आज मऊ, गाज़ीपुर, लखनऊ से लेकर दिल्ली तक छापेमारी की है। अब्बास के खिलाफ लखनऊ की महानगर कोतवाली में मामला दर्ज है। उनके खिलाफ गलत तरीके से शस्त्र लाइसेंस दिल्ली ट्रांसफर करने का केस दर्ज किया गया है। कोर्ट ने पुलिस को अब्बास अंसारी को 27 जुलाई तक हाजिर करने का आदेश दिया है।
अब्बास अंसारी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी
गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी के खिलाफ 2019 में लखनऊ की महानगर कोतवाली में मामला दर्ज हुआ था। अब्बास के खिलाफ मुकदमे में पुलिस चार्जेशीट लगा चुकी है जिसके बाद कोर्ट ने अब्बास के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है। बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां और विधायक पुत्र अब्बास की अलग-अलग मामलों में गिरफ्तारी के लिये मऊ जिले की पुलिस ने सोमवार को गाजीपुर में कई स्थानों पर दबिश दी, मगर उन्हें दोनों में से कोई भी नहीं मिला।
अराध से अर्जित संपत्ति की गई कुर्क
पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) धनंजय मिश्रा ने बताया कि मऊ पुलिस ने गाजीपुर जिले के यूसुफपुर, मोहम्मदाबाद और गाजीपुर शहर में अब्बास और अफशां के आवासों और उनके रिश्तेदारों के यहां दबिश दी, हालांकि वे दोनों कहीं नहीं मिले। उन्होंने बताया कि मऊ में स्थित एफसीआई के गोदाम को मुख्तार अंसारी द्वारा अपराध से अर्जित संपत्ति घोषित करते हुए सरकार ने उसे कब्जे में ले लिया है। इस मामले में मुख्तार की पत्नी अफशां, उनके साले और एक अन्य सहयोगी को आरोपी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है, कुर्की की कार्रवाई भी हो चुकी है लेकिन अफशां अब तक अदालत में हाजिर नहीं हुई हैं।
चुनाव के प्रचार के दौरान अधिकारियों से की थी बद्तमीजी
मिश्रा ने बताया कि मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे और मऊ सदर से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से मौजूदा विधायक अब्बास अंसारी पर इस साल की शुरुआत में हुए प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अधिकारियों के प्रति आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में स्थानीय एमपी-एमएलए अदालत उन्हें कई बार समन भेज चुकी है मगर वह पेश नहीं हो रहे हैं, इसीलिये उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।