Highlights
- नोएडा पुलिस ने सीटेट साल्वर गैंग का पर्दाफाश किया
- गैंग का मास्टरमाइंड मौके से फरार, तलाश जारी
- 36 हजार की नगदी, एटीएम कार्ड, 3 लैपटॉप, 21 मोबाइल फोन समेत फर्जी दस्तावेज बरामद
नोएडा पुलिस ने सीटेट साल्वर गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह में शामिल 18 लोगों को गिरफ्तार किया है, इनमें से 5 महिलाएं कैंडिडेट हैं। इन सभी लोगों को नोएडा के एक ओयो होटल से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक यह गैंग 3 लाख रुपए में सीटेट का सॉल्व आंसर शीट मुहैया कराता था। हालांकि इस गैंग का मास्टरमाइंड मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है। उसके पकड़े जाने के बाद ही साफ हो पाएगा कि आज सम्पन्न हुए पेपर लीक आउट हुआ था या नहीं। पुलिस के पास साल्वर गैंग का क्वेश्चन सेट नहीं होने की वजह से मिलान नहीं हो सका है फिलहाल पुलिस एग्जाम करा रही एजेंसी को भी सूचना दे रही है।
नोएडा थाना सेक्टर 58 पुलिस ने असली अभ्यर्थियों की जगह नकली परीक्षार्थियों से परीक्षा दिलवाने वाले एक गिरोह के 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) राजेश एस ने बताया कि सुबह थाना सेक्टर 58 पुलिस को सूचना मिली कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में असली अभ्यर्थियों की जगह नकली अभ्यर्थियों से परीक्षा दिलायी जाने वाली है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में परीक्षा देने जा रहे गिरोह के सदस्य भवानी, राम अवतार, शिवराम सिंह, विकास, सुनील, अनिल, अमित यादव, बृजेश, प्रमोद, गजेंद्र ,राजेश, सहित 13 पुरुष तथा 5 महिलाओं को थाना सेक्टर 58 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इस गिरोह का सरगना पवन दहिया है, वह फरार है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 36 हजार की नगदी, एटीएम कार्ड, 3 लैपटॉप, 21 मोबाइल फोन, एक प्रिन्टर, फर्जी दस्तावेज समेत 50 प्रवेश पत्र आदि बरामद किए हैं। पुलिस पहले भी साल्वर गैंग पर कार्रवाई कर चुकी है, जिसमें 8 गैंग पहले पकड़े जा चुके हैं।
C-TET की परीक्षा 2021 का सॉल्व पेपर मास्टर माइंड विनय दहिया सोनीपत हरियाणा ने पेन ड्राईव में रवि व अंकित और राजेश को दिया था और जिसको प्रिन्टर से निकालकर अभ्यर्थियों को पढ़ने के लिए देते थे और फिर वापस कॉपी को अपने पास रख लेते थे और अपने साथियों को अन्य अभ्यर्थियों को बेचने के लिये एक-एक कॉपी देते थे। पुलिस के मुताबिक, गैंग ये काम पिछले 4-5 वर्षों से कर रहे हैं और CTET के पेपर लीक कराकर बेचे गये हैं, जिसके बदले में 2.5 से 3 लाख रूपये प्रति पेपर वसूलते थे और जो अभ्यर्थी आज पकड़े गए हैं उनसे 9 लाख रूपए एकाउन्ट में लिए गए हैं, जिसका ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड भी पुलिस के पास है।