Highlights
- 15 साल पहले इन मूर्तियों को 3 चोरों ने चुराया था।
- मूर्ति को चुराने वाले 2 चोरों की मौत हो चुकी है।
- मूर्तियों की कीमत 95 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
कौशांबी: उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले की महेवा घाट थाना पुलिस ने 15 साल पहले बांदा जिले से चोरी की गई अष्टधातु की 2 मूर्तियों के साथ 10 अंतरजनपदीय मूर्ति तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि तसकरों से जो मूर्तियां बरामद की गई हैं, उनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 95 करोड़ रुपये है। 15 साल पहले इन मूर्तियों को 3 चोरों ने चुराया था जिनमें से 2 की मौत हो चुकी है।
10 अभियुक्तों को पुलिस ने किया अरेस्ट
पुलिस अधीक्षक (SP) हेमराज मीणा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गुरुवार की रात गश्त के दौरान मुखबिर की सूचना पर महेवा घाट थाना प्रभारी रोशन लाल ने हमराहियों के साथ थाना क्षेत्र के यमुना नदी के पुल के पास घेराबंदी कर 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अष्टधातु की 2 बेशकीमती मूर्तियां बरामद की। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी बेशकीमती मूर्तियां को बेचने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर लिया।
मूर्तियों की अनुमानित कीमत 95 करोड़
SP ने बताया कि बरामद मूर्तियों में एक का वजन 62 किलोग्राम तथा दूसरी मूर्ति का वजन 46 किलोग्राम है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन मूर्तियों की अनुमानित कीमत लगभग 95 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि पुरातत्व विभाग को भी मूर्तियों के संबंध में सूचना दे दी गई है। मीणा के अनुसार गिरफ्तार किए गए 10 अभियुक्तों में एक बांदा जिले का, 6 चित्रकूट जिले के तथा 3 अभियुक्त कौशांबी जिले के निवासी हैं। उन्होंने कहा कि मामले में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
15 साल पहले चोरी हुई थीं मूर्तियां
गिरफ्तार मूर्ति तस्करों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि लगभग 15 वर्ष पहले किसी मंदिर से यह दोनों मूर्तियां 3 चोरों द्वारा चुराई गई थीं, जिनमें से दो चोरों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि दोनों मूर्तियां लगभग 10 साल तक चित्रकूट जिले के रायपुरा थाना क्षेत्र के भुजैनी गांव में मिट्टी के अंदर गाड़कर रखी गई थीं।