लखनऊ: उत्तर प्रदेश के देवबंद में आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) का कमांडो सेंटर बनाने के एलान के बाद यूपी की सियासत में हलचल मच गई है। योगी सरकार ने ऐलान किया है कि वो इस्लामिक शिक्षा के सेंटर देवबंद में एटीएएस कमांडो सेंटर बनाने जा रही है जिसके बाद समाजवादी पार्टी पूछ रही है कि बीजेपी को एटीएस कमांडों सेंटर के लिए सिर्फ देवबंद ही क्यों नजर आया, इसके पीछे बीजेपी की ध्रुवीकरण की सियासत है। योगी सरकार ने देवबंद में एटीएस कमांडों सेंटर के लिए ज़मीन भी आवंटित कर दी है। कमांडो सेंटर बनाने के लिए जिला उद्दोग केंद्र की 2000 वर्गमीटर जमीन दी गई है और सेंटर बनाने का काम शुरू भी हो गया है।
इस सेंटर में राज्य भर से चुने हुए करीब डेढ दर्जन अफसरों की तैनाती होगी। बताया जा रहा है कि एटीएस के कमांडो सेंटर के लिए पिछले लगभग 2 महीने से गुपचुप तैयारी चल रही थी। देवबंद के अलावा मेरठ, बहराइच और जेवर समेत कई और जगहों पर एटीएस की इकाई स्थापित की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि सरकार ने यह भी तय किया है कि प्रदेश भर से चुने हुए करीब डेढ़ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों की इस कमांडो सेंटर में तैनाती की जाएगी।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा एसटीएफ तथा एटीएस को और प्रभावी तथा सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है और इसके लिए आवश्यक अनुदान भी दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में एटीएस द्वारा विभिन्न जगहों पर भूमि का चयन कर भूमि अधिग्रहीत की गई है। इसमें मेरठ, भारत-नेपाल सीमा पर बहराइच, श्रावस्ती तथा जेवर (गौतबुद्धनगर) हवाई अड्डा, देवबंद तथा अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर एटीएस की इकाई स्थापित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जहां हमें ज़्यादा जगहें मिलेगी वहां प्रशिक्षण सेंटर भी बनाएंगे। उन्होंने बताया कि देवबंद में करीब दो हजार वर्ग मीटर भूमि शासन द्वारा एटीएस को हस्तांतरित कर दी गई है और बहुत जल्द हम वहां पर अपनी यूनिट शुरू करेंगे। कुमार ने कहा कि देवबंद उत्तराखंड और हरियाणा की सीमा पर है तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी क्षमता और उपस्थिति को बढ़ाने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने मंगलवार को ट्वीट किया 'तालिबानी बर्बरता के बीच उत्तर प्रदेश की खबर भी सुनिए। योगी जी ने तत्काल प्रभाव से देवबंद में एटीएस कमांडो सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। युद्ध स्तर पर काम शुरू भी हो गया है।' इसी ट्वीट में त्रिपाठी ने लिखा है कि प्रदेश भर से चुने हुए करीब डेढ़ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों की यहां तैनाती होगी।'
बता दें कि देवबंद ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण नगर है। देवबंद में त्रिपुर बाला सुंदरी देवी का मंदिर है। मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मंदिर के द्वार पर लगा शिलालेख अति प्राचीन है। देवबंद में राधा बल्लभ का भी ऐतिहासिक मंदिर है और इसके अलावा मदरसा दारुल उलूम देवबंद की भी ख्याति देश और दुनिया भर में है। मदरसा दारुल उलूम देवबंद को विश्व भर के मुस्लिम शिक्षण संस्थाओं में विशेष स्थान प्राप्त है।
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