लखनऊ: आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके नेता हमेशा से ही बचते रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरक्षण के संबंध में बड़ा फैसला लिया है। सीएम योगी ने बड़ा सियासी दांव खेलते हुए अति पिछड़ों और अति दलितों को आरक्षण देने का ऐलान किया है। उन्होंने आज यूपी विधानसभा में बजट सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार इसके लिए कमिटी भी बना रही है।
इससे साफ है कि योगी आदित्यनाथ ने इस चाल से बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी कर दी है।
गौरतलब है कि सीएम पद संभालने के बाद से ही साहसिक फैसले लेने वाले योगी आदित्यनाथ ने अप्रैल 2017 में निजी मेडिकल कॉलेजों के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में आरक्षण कोटे को खत्म कर दिया था। इस फैसले को लेकर विरोध के स्वर उठने लगे थे। योगी सरकार के इस फैसले को आरएसएस के आरक्षण विरोधी बयानों से भी जोड़कर देखा जा रहा था।
अब तक आरक्षण को लेकर विपक्ष बीजेपी के साथ-साथ आरएसएस को घेरता रहा है इसलिए योगी सरकार का अति पिछड़ों और अति दलितों को आरक्षण देने का फैसला बेहद अहम है।