लखनऊ। खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। अब दूसरे प्रदेशों में रह रहे यूपी के प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश का राशन कार्ड दिखाकर राशन प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि यूपी के अलावा अब राज्य में रह रहे दूसरे प्रदेशों के प्रवासी और दिहाड़ी मजदूरों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने 16 श्रेणी के 30 लाख कामगारों जैसे धोबी,मिस्त्री, मोची,नाई, कुम्हार, राजमिस्त्री आदि के लिए भरण-पोषण भत्ते की दूसरी किश्त उनके खातों में डाली गई है।
दूसरे प्रदेश में फंसे यूपी के मजदूरों के लिए योगी सरकार ने अब तक का सबसे बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत यूपी के अलावा दूसरे प्रदेशों में भी प्रवासी और दिहाड़ी मजदूरों को खाद्यान्न मिलेगा। भारत के किसी दूसरे प्रदेश में यूपी का राशन कार्ड नंबर बताने पर खाद्यान्न उपलब्ध होगा। राष्ट्रीय राशन पोर्टिबिलिटी के तहत भारत भर में खाद्यान्न प्रदान किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर दूसरे प्रदेश का व्यक्ति भी यूपी में अपना राशन कार्ड नंबर बता कर खाद्यान्न ले सकेगा। सरकार की ओर से कहा गया है कि जो जहां है वही योगी सरकार आप तक खाद्यान्न पहुंचाएगी।
30 लाख खातों में दूसरी किस्त
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर के जारिए जानकारी दी कि आज हम एक बार फिर से अपने 30 लाख श्रमिक वर्ग को दूसरी बार भरण पोषण भत्ता की राशि जारी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने यहां पर निर्माण श्रमिकों,रोज कमाने वाले- ठेली, खोमचा, रेहड़ी, रिक्शा, ई-रिक्शा,कुली, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 16 श्रेणी के कामगारों-धोबी,मिस्त्री, मोची,नाई, कुम्हार, राजमिस्त्री आदि के लिए भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की है। इसके अलवा अब तक ऐसे 30 लाख निर्माण श्रमिकों के साथ अन्य सभी श्रमिकों को ये सुविधा उपलब्ध कराई गई है।