लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शातिर अपराधियों के साथ कोई रियायत नहीं बरतने की हिदायत देते हुए कहा है कि जो भोजन सामान्य कैदी को दिया जाता है, वही पेशेवर अपराधियों और माफियाओं को भी मिले। योगी ने कल देर रात कारागार विभाग के प्रस्तुतिकरण के अवसर पर कहा, शातिर अपराधियों के साथ कोई रियायत न हो। उन्हें चिकित्सा के बहाने किसी प्रकार की छूट न दी जाए। उन्हें अन्य जेलों में शिफ्ट करने में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। (एक ऐसा हीरा जो जिसके पास गया वो हो गया बर्बाद!)
उन्होंने कहा, सामान्य कैदी को जो भोजन दिया जाता है, वही व्यवस्था पेशेवर अपराधियों व माफियाओं के साथ भी अपनायी जाए। कारागार विहीन जिलों में कारागारों के निर्माण के काम में तेजी लायी जाए। रामपुर जिले का कारागार चूंकि शहर के बीचोबीच बनाया जाना प्रस्तावित है इसलिए इसके निर्माण सम्बन्धी कार्रवाई समीक्षा के बाद की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कारागारों में मोबाइल फोन जैमर की फूलप्रूफ व्यवस्था हो और 3-जी के साथ-साथ 4-जी से सम्बन्धित फोन कॉल्स व सन्देशों के आदान-प्रदान को जैमर के माध्यम से रोका जाए। कारागार में स्थापित वीडियो कांफ्रेंसिंग इकाइयों की कार्य प्रणाली भी चुस्त-दुरुस्त की जाए। उन्होंने कहा कि कारागारों में आधुनिक सुरक्षा उपकरणों का प्रावधान किया जाए। नए कारागारों को आधुनिक उपकरणों व सुविधाओं के साथ निर्मित किया जाए। प्रस्तुतिकरण के दौरान दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डा दिनेश शर्मा सहित मंत्रिमण्डल के अन्य सदस्य मौजूद थे।
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