लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब स्कूलों में अच्छी शिक्षा के साथ बच्चों की सेहत का ख्याल रखने के लिए मध्याह्न् भोजन (मिड डे मील) को पौष्टिक बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। इसके लिए करीब 3 लाख 80 हजार रसोइयों को प्रशिक्षण देने की योजना है।
पढ़ें- अब यूपी में सिर्फ रविवार को होगा lockdown
बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने IANS से बताया कि मध्याह्न् भोजन को स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए ट्रेनिंग का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। लेकिन कोविड महामारी के कारण अभी इसमें विराम लगा है। कोरोनाकाल खत्म होते यह शुरू कर दिया जाएगा। फूड सेफ्टी विभाग के साथ मिलकर मिड-डे मील को पौष्टिक बनाया जाएगा। इसके लिए 3 लाख 80 हजार रसोइयों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
पढ़ें- इस राज्य में प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों की कोरोना जांच होगी
उन्होंने बताया, "मिड डे मील में बनाते समय न्यूट्रीशन हाइजीन और सुरक्षा का रखना है। इसमें बेसिक शिक्षा विभाग के मास्टर ट्रेनर हैं जो रसोइयों को प्रशिक्षण में सहयोग करेंगे। प्रशिक्षण का उद्देश्य भोजन की सुरक्षा और स्वच्छता पौष्टिकता की बेहतर समझ विकसित करें। इसके लिए हमने वीडियो बनाए हैं जो ट्रेंनिंग के दौरान दिखाएं जाएंगे। भोजन की गुणवत्ता अच्छी हो, इस पर पूरा फोकस किया जाएगा।"
पढ़ें- Coronavirus Vaccine: अंतिम मंजूरी मिलने के करीब है ये टीका, तीसरे चरण में पहुंचा
किरण ने बताया कि रसोइयों को प्रशिक्षण के दौरान भोजन के रखरखाव, साफ-सफाई के बारे में भी बताया जाएगा, ताकि बच्चों की सेहत के साथ भोजन की पौष्टिकता भी बढ़े। भोजन परोसने का तरीका, सब्जी धुलने का ज्ञान, भोजन ढकने समेत कई चीजों के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने बताया, "1 करोड़ 80 लाख विद्यार्थियों को पौष्टिक आहार दिया जाना है। हमारे करीब 1 लाख 59 हजार विद्यालयों में उच्च प्राथमिक, राजकीय, सहायता प्राप्त समेत सभी हैं, जिनमें मिड-डे मील की योजना संचालित है।"